Weather:अभी नहीं मिलेगी ठंड से राहत, इन राज्यों में बारिश की चेतावनी

देश भर में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है. जानें आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम का हाल, कब है ठंड से राहत मिलने की उम्मीद.

नए साल की शुरुआत के साथ ही सर्दी का भी असर तेज हो गया है. दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान में शीत लहर का प्रकोप जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक 7 जनवरी तक ऐसा ही चलने की उम्मीद है. 

अगले 2-3 दिन ठंड का अनुमान


उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान ठंड का कहर बढ़ सकता है. उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 2-3 दिन तक धुंध छाई रहने की भी संभावना जताई गई है. नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण 8-9 फरवरी को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में बारिश होने की भी संभावना है. 8-9 फरवरी को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में बारिश हो सकती है. 

धुंध और शीतलहर

उत्तर प्रदेश के अधिकतर शहरों में इस समय शीतलहर है और घना कोहरा छाया हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश में अगले पांच दिन तक यानी 7 जनवरी तक धुंध और कड़ाके की ठंड का अनुमान है. 

अगले 2-3 दिन ठंड का अनुमान


उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान ठंड का कहर बढ़ सकता है. उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 2-3 दिन तक धुंध छाई रहने की भी संभावना जताई गई है. नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण 8-9 फरवरी को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में बारिश होने की भी संभावना है. 8-9 फरवरी को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में बारिश हो सकती है. 

सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ हैं वजह

जानकारों के मुताबिक जनवरी में सक्रिय हुए दो पश्चिमी विक्षोभों की वजह से यह बारिश हो रही है. पश्चिम विक्षोभ को Western Disturbance भी कहा जाता है. यह एक ऐसा विक्षोभ होता है, जो पश्चिम से उठकर पूर्व की ओर आता है. यहां Disturbance या विक्षोभ का मतलब है ऐसा क्षेत्र जहां हवा का दबाव कम होता है. जब हवाएं कम दबाव वाले क्षेत्र में होती हैं और ये कम दबाव वाला क्षेत्र पश्चिम दिशा में होता है तो इसे पश्चिमी विक्षोभ कहा जाता है.

ठंड से राहत नहीं

मौसम विभाग में वैज्ञानिक डॉ. आर.के. जेनामनी का कहना है कि दिल्ली में अब 10 जनवरी के बाद से बारिश रुकने का अनुमान है. यहां आने वाले दिनों में भी तापमान कम रहेगा. हालांकि बारिश की वजह से दिल्ली के AQI में काफी सुधार हुआ है. ये अब 53 तक पहुंच गया है, जिसे सेटिसफेक्ट्री कैटेगरी में रखा जाता है.