अगर मर जाएं दुनिया की सारी मधुमक्खियां, तो ये वो होगा जो आपने कभी नहीं सोचा होगा

दुनियाभर में मधुमक्खियों पर कई तरह के शोध किये जा चुके हैं. इन रिसर्च की रिपोर्ट बताती है कि मुधुमक्कियों का अस्तित्व खतरे में है. सोचिए अगर अभी दिख रही सभी मधुमक्खियां अचानक से गायब हो जाए तो इसका क्या असर होगा. ऐसा होने से क्या मानव जीवन पर कोई प्रभाव पड़ेगा. 

सुमित तिवारी | Updated: Oct 11, 2024, 12:56 PM IST

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वैसे तो हम जानते है कि मधुमक्खियां शहद बनाती है, लेकिन केवल शहद बनाना मधुमक्खियों का काम नहीं है. मानव जीवन में इनकी इतनी उपयोगता है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. आइए समझते है कैसे?

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दरअसल धरती पर मौजूद किसी न किसी तरह से एक दूसरे पर आश्रित है. मधुमक्खियां परागण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. फसल उत्पादन के लिए परागण प्रकिया का होना बुहत जरूरी है. 

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ब्रिटानिका की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में मधुमक्खियों की लगभग  20,000 प्रजातियां पाई जाती है, लेकिन हैरानी की बता तो ये है कि इनकी संख्या तेजी से घट रही है. 

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अगर मधुमक्खियों की संख्या कम हो जाएगी तो परागण की प्रकिया कम होगी और अगर ऐसा हुआ तो फसल उत्पादन की दर कम हो जाएगी. सोचिए अगर मधुमक्खियों पूरी तरह से खत्म हो गई तो अनाज की समस्या पैदा हो जाएगी. 

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मधुमक्खियां नहीं होंगी तो फूलों के पौधों की विविधता और प्रचुरता कम हो जाएगी. ऐसे में उन पौधों पर निर्भर रहने वाले जीवों के जीवन पर बुरा असर पड़ेगा.

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टमाटर, सेब, बादाम और कॉफी जैसी कई ऐसी फसलें है, जो मुख्यतः मधुमक्खी परागण पर निर्भर करती हैं. इन सब भी इसका सीधा असर पडे़गा.