Year Ender 2021: ऑनलाइन क्लास, WFH से लेकर शादियों तक, कैसे बदलाव लेकर आया यह साल

साल 2021 अब आखिरी पड़ाव पर है. यह साल हमारी जिंदगी में ऐसे बदलाव लेकर आया है जिनका असर आने वाले कई सालों तक हमारी जिंदगी में रहेगा.

कोविड की दूसरी लहर से लेकर Olympics 2021 में भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन... यह साल अपने साथ कई यादगार, तो कई दर्द भरे लम्हें लेकर आया. यह साल इस लिहाज से भी खास है कि इस साल कई बड़े बदलाव हुए जिनका असर हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पर दिखने लगा है. वर्क फ्रॉम होम या बच्चों का स्कूल जाना, इस साल भारतीयों की सोच और नजरिये में भी बड़े बदलाव आए.

छोटे शहरों में खूब हुई Online Shopping

Forbes के आंकड़ों की मानें, तो इस साल ऑनलाइन शॉपिंग पर छोटे शहरों ने जमकर पैसा लुटाया. 2 साल पहले तक ऑनलाइन शॉपिंग में छोटे शहरों का हिस्सा 30% था. अब यह बढ़कर 50% हो गया.

Saving की आदत नहीं छोड़ी भारतीयों ने

भारत में 2021 में लोगों की बचत GDP का 13% रही. क्वार्टज और इंवेस्टीपीडिया की मानें तो इस साल पिछले 2 साल की तुलना में भारतीयों ने 2% ज्यादा बचत की है.

मुंबई में कोरोना मामलों में कमी!

वहीं सबसे ज्यादा कोरोना मामलों से घिरे महाराष्ट्र और इसके मुंबई में कोरोना मामलों के कम होने की उम्मीद जताई जा रही है. हाल ही में बीएमसी कमिश्नर ने कहा कि वहां 27 जनवरी से स्कूल खोले जा सकते हैं, क्योंकि अब मामलों में कमी आ रही है. 

बिजनेस के लिए जरूरी


यदि आप अपना बिजनेस करते हैं तब भी ITR भरना बेहद जरूरी है. बिजनेस के दौरान आपको कई बार सरकारी  विभागों से कांट्रेक्ट लेना होता है या किसी अन्य वजह से सरकारी विभागों में आवेदन देना होता है. इसके लिए भी ITR सर्टिफिकेट की मांग की जाती है. 

WFH या ऑफिस जाकर नहीं, हाईब्रिड मॉडल चाहते हैं भारतीय

फोर्ब्स और माइक्रोसाफ्ट के डेटा के अनुसार, 74% भारतीयों को पसंद है हाइब्रिड मॉडल. इसका मतलब है कि लोग कुछ दिन घर से और कुछ दिन ऑफिस से काम करने का मिला-जुला मॉडल पसंद करते हैं.

कर्मचारियों से हैं परिवार जैसे रिश्ते


कर्मचारियों को खास सुविधाएं देने से कंपनी की परफॉर्मेंस भी काफी अच्छी हो गई. इसके साथ ही उनके और कर्मचारियों के बीच परिवार के सदस्यों की तरह संबंध बन गए. कंपनी के कर्मचारी उन्हें अपना बड़ा भाई मानते हैं. 

अपने शहर लौटने की दिलचस्पी बढ़ी 

कोरोना काल ने लोगों को अचानक ही अपनों का महत्व समझा दिया. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, 84% लोगों ने मेट्रो सिटी छोड़ी, लेकिन शहर में ही रहे. 7.5% लोगों ने शहर छोड़ा, पर अपने राज्य में रहे. 6% लोगों ने मेट्रो सिटी छोड़ी और छोटे शहरों की ओर लौट गए.