डीएनए हिंदी: 26 जनवरी को इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस (Republic Day) पूरी शान से मनाया जाएगा. इस वर्ष खास बात यह है कि गणतंत्र दिवस समारोह 24 नहीं बल्कि 23 जनवरी से ही शुरू हो जाएगा. इसकी वजह 23 जनवरी को होने वाली नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती है. वहीं प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर विदेशी गणमान्य लोगों या राष्ट्रप्रमुखों को बुलाया जाता है लेकिन इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में कोई विदेशी मुख्य अतिथि नहीं होगा.
नहीं होगा कोई विदेशी मुख्य अतिथि
दरअसल, खबरों के मुताबिक इस बार गणतंत्र दिवस समारोह के लिए मोदी सरकार की किसी भी अन्य देश के गणमान्य नागरिक को आमंत्रित नहीं करेगी. ये माना जा रहा है कि कोविड के विस्तार को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से किसी अन्य देश के मुख्य अतिथि को आमंत्रित नहीं किया गया है. गौरतलब है कि इसी के चलते पिछले साल भी कोई विदेशी मुख्य अतिथि आमंत्रित नहीं किया गया था.
बदल गया सारा प्लान
गौरतलब है कि पहले रक्षा मंत्रालय ने इस बार गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के लिए पांच देशों के राष्ट्रप्रमुखों के साथ संपर्क साधा था लेकिन कोविड के कारण सरकार ने एक बार फिर अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं. इतना ही नहीं, समारोह में लोगों की मौजूदगी में भी भारी कमी की गई है.
पिछले वर्ष कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 24 हजार लोगों को आने की अनुमति थी. वहीं इस वर्ष भी केवल 25 हजार लोगों को ही समारोह में शामिल होने की अनुमति दी गई है. इस बार भी गणतंत्र दिवस समारोह विदेशी मुख्य अतिथि के बिना मात्र 25 हजार लोगों की मौजूदगी में ही होगा.
ध्यान देने वाली बात यह है कि कोविड महामारी से पहले साल 2020 में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान करीब सवा लाख लोग उपस्थित थे लेकिन अब कोविड के कारण सरकार ने विशेष प्रतिबंध लागू कर रखे हैं.