रूस ने Taliban सरकार को दी मान्यता, खनिज के लालच में चीन भी ले सकता है फैसला

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Apr 01, 2022, 09:38 AM IST

Afghanistan की तालिबान सरकार को रूस ने दी है मान्यता.

चीन की भी नजर अफगानिस्तान के खनिज पर है. यही वजह है कि चीन भी तालिबान सरकार को मान्यता देना चाहता है.

डीएनए हिंदी: रूस (Russia) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) की तालिबान (Taliban) सरकार को मान्यता दे दी है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergei Lavrov) ने गुरुवार को कहा कि रूस ने अफगान सरकार के साथ जुड़ने के लिए तालिबान के एक राजनयिक को मान्यता दी है. रूस ने दुनिया से अपील की है कि अफगानिस्तान सरकार की सहायता के लिए देश आगे आएं.

रूस ने मध्य एशिया के रास्ते रूस में इस्लामी समूहों के फैलने पर चिंता जाहिर की है. तालिबान और तत्कालीन अफगान सरकार के बीच शांति समझौते पर काम करने के लिए रूस ने एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की बीते साल मेजबानी की थी. शांति सम्मेलन में हिंसा पर अंकुश लगाने के लिए बातचीत की पहल की गई थी.

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अफगानिस्तान में स्थिर सरकार चहता है रूस

. रूस ने तालिबान को आतंकवादी संगठन भले ही करार दिया है लेकिन बातचीत के लिए कई मौकों तालिबानी समूहों का स्वागत किया है. रूस के मध्यस्थता प्रयासों के बाद से अमेरिका और उसके सहयोगियों ने 20 साल बाद अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस ले लिया था. तालिबान ने अगस्त में सत्ता पर कब्जा कर लिया क्योंकि अमेरिका ने अपने सैनिकों को वापस बुला लिया था.

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चीन भी दे सकता है मान्यता

अफगानिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता भले ही हमेशा से रही हो लेकिन यह देश खनिज संपदा से हमेशा समृद्ध रहा है. चीन की नजर अफगानिस्तान की खनिज संपदा पर है.  चीन बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट के जरिए अफगानिस्तान में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है.

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