Agniveer Scheme Updates: सेना में महज चार साल की नौकरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार अग्निवीर भर्ती योजना लाई थी. इस योजना का पूरे देश में विरोध हुआ है. अग्निवीर भर्ती योजना (Agniveer Recruitment Scheme) की विपक्षी दलों से लेकर बेरोजगार युवकों तक, सभी ने आलोचना की है. अब तक केंद्र सरकार इस योजना की आलोचना को कोई तवज्जो नहीं दे रही थी, लेकिन लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) से ठीक पहले इस योजना को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार को कहा है कि यदि अग्निवीर भर्ती योजना में कोई कमी है तो सेना में भर्ती के लिए बनाई गई इस योजना में बदलाव के लिए सरकार तैयार है. इस योजना में सभी तरह के जरूरी बदलाव किए जाएंगे, क्योंकि सरकार की प्राथमिकता युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने पर है.
'सेना को चाहिए ज्यादा से ज्यादा युवा'
Times Now के कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से अग्निवीर भर्ती को लेकर सवाल पूछा गया था. इस पर रक्षा मंत्री ने कहा, 'सरकार अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित रखने की पूरी कोशिश कर रही है. युवा ज्यादा जुनूनी और तकनीक सीखने के मामले में ज्यादा बेहतर होते हैं. सेना को ज्यादा से ज्यादा युवाओं की जरूरत है. हमारी यही कोशिश है कि सेना में ज्यादा युवा होने चाहिएं.' उन्होंने कहा, 'हमारी कोशिश उनका (अग्निवीरों का) भविष्य सुरक्षित रखने की है. हमने यह तय करने का पूरा ख्याल यह योजना बनाते समय रखा है. इसके बावजूद यदि जरूरी है तो हम योजना में बदलाव करने के लिए तैयार हैं.'
क्या है अग्निवीर भर्ती योजना
केंद्र सरकार भारतीय सेना को लगातार 'युवा' बनाए रखने के लिए अग्निवीर भर्ती योजना लाई थी. इस योजना के तहत भारतीय सेना में 4 साल के लिए शॉर्टटर्म जॉइनिंग के तहत युवाओं को भर्ती किया जाता है. इसके बाद उन्हें 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है. अपना 3.5 साल का सेवाकाल पूरा होने से पहले ऐसे युवा सेना में स्थायी भर्ती के लिए अप्लाई कर सकते हैं. अप्लाई करने के बाद मंजूरी पाने वाले युवा सेना में पूरे कार्यकाल के लिए रोक लिए जाते हैं, जबकि बाकी को 25 लाख रुपये की एकमुश्त रकम देकर रिटायर कर दिया जाता है. अग्निवीर भर्ती योजना से रिटायर होने वाले युवाओं को राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व फोर्सेज की भर्ती में प्राथमिकता के तहत भर्ती किया जाता है.
विरोध करने वाले दे रहे हैं ये तर्क
- अग्निवीर भर्ती योजना का विरोध करने वाले इससे भारतीय सेना के कमजोर होने की चिंता जता रहे हैं.
- विपक्षी दलों को चिंता है कि ट्रेंड युवा यदि बाहर निकलने पर नौकरी नहीं पा सके तो अपराध की दुनिया से जुड़ सकते हैं.
- युवा ये कहकर आलोचना कर रहे हैं कि शॉर्ट टर्म नौकरी होने से उनकी जॉब सिक्योरिटी खत्म हो रही है और उन्हें करियर में दो बार चुनौती का सामना करना पड़ेगा.
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