Omicron के खतरे पर बोले AIIMS प्रमुख डॉ. गुलेरिया - किसी भी हालात के लिए रहना होगा तैयार 

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 20, 2021, 07:28 AM IST

देश में ओमिक्रॉन के मामले का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ने लगा है.

एम्स प्रमुख डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ब्रिटेन और अमेरिका में जिस तेजी के साथ मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए हमें काफी सतर्क रहने की जरूरत है.

डीएनए हिंदी: देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों की संख्या 150 के पार जा चुकी है. इस बीच एम्स प्रमुख डॉ. रणदीप गुलेरिया ने देश को किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. दुनिया भर में ओमिक्रॉन के हजारों मामले रोजाना सामने आ रहे हैं. भारत में भी इसका ग्राफ तेजी से बढ़ने लगा है. दूसरी तरफ दिल्ली में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की आज एलजी अनिल बैजल की अध्यक्षता में बैठक होने जा रही है. बैठक में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर फैसला लिया जा सकता है.  

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दुनिया में ओमिक्रॉन वेरिएंट किस कदर कहर बरपा रहा है कि इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका में ओमिक्रॉन का पहला केस आने के बाद यह करीब 90 देशों तक पहुंच गया है. ब्रिटेन में रविवार को ही इस वेरिएंट के करीब 10 हजार मामले सामने आए हैं. भारत में इसे लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं. डॉ. गुलेरिया का कहना है कि भारत को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने की जरूरत है. ब्रिटेन में कोरोना के रोजाना आने वाले मामलों की संख्या एक लाख तक पहुंच गई है. 

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एक नए अध्ययन में पता चला है कि कोराना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट पर वैक्सीन का पहले जैसा असर नहीं है. Omicron के खिलाफ Pfizer (PFE.N)/BioNTech वैक्सीन पर प्रारंभिक डेटा के मॉडल से पता चला है कि फायजर/बायोएनटेक या मॉडर्न (एमआरएनए.ओ) से एमआरएनए वैक्सीन की 2 खुराक के बाद ओमिक्रॉन से बचाव लगभग 30% तक है. डेल्टा वैरिएंट पर यह 87 प्रतिशत था.  

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