डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद से चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) और भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच तकरार जारी है. दोनों के बीच की जुबानी जंग लगातार बढ़ती जा रही है. शिवपाल यादव की अखिलेश से नाराजगी के बाद उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें भी लगाई जा रही थीं. इसी बीच अखिलेश यादव का बयान सामने आया कि अगर बीजेपी उनके चाचा को पार्टी में शामिल करना चाहती है तो इसमें इतनी देरी क्यों हो रही है?
यह भी पढ़ेंः Petrol-Diesel की महंगाई पर बढ़ा बवाल, PM Modi की अपील पर भड़के इस राज्य के सीएम
शिवपाल बोले-नादानी भरा बयान
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद चाचा शिवपाल ने भी उन पर जमकर हमला बोला. शिवपाल ने अखिलेश यादव के बयान को नादानी भरा बताया. शिवपाल यादव ने कहा है कि "यह एक गैर जिम्मेदाराना और नादानी वाला बयान है. मैं हाल के विधानसभा चुनाव में जीते सपा के 111 विधायकों में से एक हूं, अगर वह मुझे बीजेपी में भेजना चाहते हैं तो मुझे पार्टी से निकाल दें."
यह भी पढ़ेंः Pune: नाबालिग लड़की हुई गर्भवती तो पुलिस ने पिता और पति के खिलाफ दर्ज किया रेप का केस
क्यों नाराज हैं शिवपाल यादव?
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की अखिलेश यादव के साथ नाराजगी नई नहीं है. विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद दोनों के बीच की तकरार खुलकर सामने आ गई है. पिछले दिनों शिवपाल ने बयान दिया था कि अगर अखिलेश सभी को लेकर लेकर चलते तो बीजेपी को चुनाव में हराया जा सकता था. उन्होंने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा ‘विनाश काले विपरीत बुद्धि.’ शिवपाल ने यह भी कहा कि अखिलेश यादव के रहते उन्हें समाजवादी पार्टी में अपमान के अलावा कुछ नहीं मिला.
यह भी पढ़ेंः Fourth Covid Wave: क्या हो चुकी है कोरोना की चौथी लहर की शुरुआत?
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें.हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.