Aligarh के कॉलेज प्रशासन ने जारी किया Dress Code, हिजाब बैन से नाराज़ मुस्लिम छात्राएं घर लौटीं

| Updated: Mar 13, 2022, 09:51 AM IST

कॉलेज के फैसले से मुस्लिम छात्राओं में नाराजगी है. वहीं कॉलेज प्रशासन इस फैसले को सही बता रहा है.

डीएनए हिंदी: हिजाब विवाद कर्नाटक (Karnataka) से शुरू हुआ था लेकिन इसका रंग पाच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी दिखा और अब चुनाव संपन्न होने के बाद अब यह उत्तर प्रदेश में भी दिखने लगा है और ताजा मामला अलीगढ़ का है. यहां के श्री वार्ष्णेय कॉलेज प्रशासन ने ड्रेस कोड लागू करने को लेकर एक नोटिस जारी किया और नोटिस के मुताबिक कॉलेज परिसर में बिना ड्रेस के आने वाले छात्र-छात्राओं को वापस भेजा गया और बुर्के-हिजाब में आने वाली छात्राओं को भी घर वापस भेज दिया गया. 

कॉलेज प्रशासन ने जारी किया नोटिस

दरअसल, कॉलेज की नोटिस में लिखा गया है कि महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को सूचित किया जाता है कि वे महाविद्यालय द्वारा निर्धारित निम्नानुसार गणवेश में आएं जिसमें निर्धारित ड्रेसकोड बताया गया है. आखिर में यह भी लिखा है कि महाविद्यालय में किसी भी प्रकार से छात्र-छात्राओं को चेहरा ढक कर आने और व्यर्थ में घूमना पूर्णतः वर्जित है. 

वहीं इस मामले में कॉलेज की अनुशासन अधिकारी डॉ. वीना उपाध्याय ने बताया है कि कॉलेज के प्रोस्पेक्टर्स में जो गणवेश (ड्रेसकोड) लिखा हुआ है, उसे बच्चे देखते नहीं हैं. फॉलो नहीं करते हैं. इसलिए एक बार फिर रिमांडर नोटिस चस्पा किया गया है क्योंकि कॉलेज को लेकर मीडिया में कुछ खबरें लगी हैं, जिनमें ड्रेस कोड को लेकर दो गुटों में झगड़ा होना छापा गया है.
 
उन्होंने बताया कि जब इस मामले की जांच कराई गई तो पता चला कि वह दो छात्रों के बीच कुछ हल्की कहासुनी को लेकर हुआ था. उन्होंने बताया कि कॉलेज परिसर में प्रवेश से पहले गेट पर ही ड्रेस कोड चेक किया जा रहा है. बिना ड्रेस कोड कैंपस में या क्लास में जाने पर पूर्णतः प्रतिबंधित है. 

मुस्लिम छात्राओं ने जताई नाराजगी

इस फैसले को लेकर मुस्लिम छात्राओं में नाराजगी है और उनका कहना है कि हम लोग कॉलेज में पढ़ने के लिए आए थे. हम लोगों से हिजाब उतारने के लिए बोला गया, जिसके चलते हम लोग वापस घर जा रहे हैं. एक छात्रा ने कहा, हिजाब पहनना कोई गलत बात नहीं है, बिना हिजाब के हम कॉलेज नहीं जाएंगे.

यह  पढ़ें- किन वजहों से Congress की विधानसभा चुनावों में हुई हार? CWC की बैठक में दिग्गज नेताओं का मंथन आज

वहीं कॉलेज की छात्राओं कल्पना कुमारी व निधि वार्ष्णेय ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कॉलेज में छात्र-छात्राओं को ड्रेस कोड में ही आना चाहिए. जिससे पहचान हो सके कि हम इस कॉलेज के स्टूडेंट हैं.

यह पढ़ें- किन नए चेहरों को मिलेगी Yogi Cabinet में जगह, सबसे आगे हैं ये बड़े नाम

हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें