नागरिकता संशोधन कानून (CAA) की मांग को लेकर पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया है. प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर भी नारेबाजी की है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने विरोध प्रदर्शन पर नाराजगी जाहिर की है.
उन्होंने शरणार्थियों के विरोध प्रदर्शन पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस (Congress) मुख्यालय के बाहर भी शरणार्थियों ने धरना दिया है.
अरविंद केजरीवाल ने सोशल मडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, 'इन पाकिस्तानियों की हिम्मत? पहले हमारे देश में गैर कानूनी तरीके से घुसपैठ की, हमारे देश का कानून तोड़ा. इन्हें जेल में होना चाहिए था. इनकी इतनी हिम्मत हो गई कि हमारे देश में प्रदर्शन कर रहे हैं, हुडदंग कर रहे हैं?'
अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'CAA आने के बाद पूरे देश में पाकिस्तानी और बांग्लादेशी फैल जाएंगे और लोगों को परेशान करेंगे. बीजेपी इन्हें अपना वोट बैंक बनाने के स्वार्थ में पूरे देश को परेशानी में धकेल रही है.'
क्यों विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं शरणार्थी?
पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदू और सिख शरणार्थियों ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया है. शरणार्थी इंडिया ब्लॉक के अलग रुख की वजह से भड़के हैं. उन्होंने एक सिरे से CAA को समर्थन देने से खारिज किया है.
प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्तियां हैं. प्रदर्शनकारी कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे हैं.
क्या कह रहे हैं प्रदर्शनकारी?
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब बीजेपी हमें नागरिकता देने के लिए सीएए लागू कर रही है तो अन्य विपक्षी पार्टियां इसका विरोध क्यों कर रही हैं? इस कानून का विरोध करने के लिए हम उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
कहां-कहां विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं शरणार्थी?
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले हिंदू और सिख शरणार्थियों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास के पास विरोध-प्रदर्शन किया था.
CAA के खिलाफ हैं अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल CAA के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा है कि बीजेपी सरकार वोट बैंक के लिए ही सिर्फ CAA लागू कर रही है. प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल, CAA विरोधी बयानों के लिए माफी मांगे.
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