डीएनए हिंदी: Bharatpe Fraud Case Updates- एंटरप्रेन्योर और भारतपे (BharatPe) के सहसंस्थापक अशनीर ग्रोवर को उनकी पत्नी समेत दिल्ली एयरपोर्ट पर रोककर पूछताछ की गई है. यह पूछताछ इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर उस समय हुई, जब अशनीर और उनकी पत्नी माधुरी जैन न्यूयॉर्क जाने के लिए वहां पहुंचे थे. अशनीर ने शुक्रवार को मीडिया से इस बात की पुष्टि की है कि उन्हें गुरुवार शाम को फ्लाइट में सवार होने से पहले एयरपोर्ट पर रोका गया था. भारतपे के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर और उनकी पत्नी को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के अधिकारियों ने उस लुकआउट नोटिस (LoC) के चलते रोका था, जो जांच एजेंसी की तरफ से कुछ दिन पहले उनके खिलाफ जारी किया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अशनीर और उनकी पत्नी को EOW अधिकारियों ने एयरपोर्ट से वापस भेज दिया. हालांकि अशनीर ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट अपने बयान में खुद को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोके जाने की घटना का पूरा स्पष्टीकरण दिया है.
अगले सप्ताह EOW ऑफिस पहुंचने के लिए कहा गया है अशनीर को
Mint की रिपोर्ट के मुताबिक, अशनीर और उनकी पत्नी न्यूयॉर्क में छुट्टियां बिताने के लिए जा रहे थे. दिल्ली एयरपोर्ट पर न्यूयॉर्क जाने वाली फ्लाइट में सवार होने से पहले ही उन्हें रोक लिया गया. उन्हें BharatPe Fraud Case की जांच में उनके खिलाफ इस सप्ताह की शुरुआत में लुकआउट नोटिस जारी होने की जानकारी दी गई, जिसमें दोनों संदिग्ध आरोपी हैं. EOW की जॉइंट कमिश्नर सिंधु पिल्लै के मुताबिक, अशनीर और उनकी पत्नी को सिक्योरिटी चेक से पहले रोका गया. इसके बाद दोनों को उनके दिल्ली स्थित घर लौटने के लिए कहा गया. साथ ही दोनों को अगले सप्ताह मंदिर मार्ग स्थित EOW ऑफिस में पूछताछ के लिए पेश होने का आदेश दिया गया है.
गिरफ्तारी नहीं विदेश जाने से रोकने के लिए LoC
जॉइंट कमिश्नर पिल्लै ने हालांकि यह स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल अशनीर और माधुरी की गिरफ्तारी नहीं होगी. उन्होंने बताया कि ग्रोवर दंपति के खिलाफ LoC उन्हें गिरफ्तार करने के लिए नहीं बल्कि महज विदेश जाने से रोकने के लिए जारी किया गया था.
भारतपे के पैसे की बैकडोर साइफनिंग का आरोप
Mint की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतपे के सहसंस्थापक अशनीर ग्रोवर और उनके परिवार के सदस्यों पर इस फिनटेक यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स के पैसे की साइफनिंग का आरोप है. EOW की जांच में सामने आया है कि अशनीर और उनके परिवार से संबंधित एक रिक्रूटमेंट फर्म की पुरानी तारीखों की इनवॉइस बनाकर भारतपे के पैसे से ऐसे कामों का भुगतान किया गया है जो कभी हुए ही नहीं हैं. जांच एजेंसी ऐसी बहुत सारी फर्म को नहीं तलाश सकी है, जिन्हें भारतपे के फंड से वेंडर पेमेंट किया गया है. ये सभी नकली कंपनी मानी जा रही हैं.
'मई से 17 नवंबर सुबह 8 बजे तक मुझे EOW ने कोई नोटिस नहीं भेजा'
अशनीर ग्रोवर ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर बेहद आश्चर्य जताया है. अशनीर ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखकर इस पूरे मामले में स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने लिखा, क्या चल रहा है इंडिया में? फिलहाल तो अशनीर को एयरपोर्ट पर रोका गया चल रहा है जनाब. इसके बाद आगे उन्होंने स्पष्टीकरण देते हुए लिखा, मुझे मई में FIR होने से लेकर आज 17 (नवंबर) सुबह 8 बजे (एयरपोर्ट से लौटने के 7 घंटे बाद तक) तक EOW की तरफ से कोई कम्युनिकेशन या समन नहीं मिला है. मैं अमेरिका 16 से 23 नवंबर तक के लिए जा रहा था. इमिग्रेशन ने कहा, LoC लगा हुआ है सर. EOW से चेक करके बताते हैं. मैं हैरान रह गया, क्योंकि मई में FIR होने के बाद से अब तक 4 बार इंटरनेशनल टूर कर चुका हूं, लेकिन कभी कोई समस्या नहीं हुई और मुझे एक बार भी कोई समन नहीं मिला. अशनीर ने इसके अलावा भी अपने बयान में बहुत सारी बातों को स्पष्ट किया हुआ है. साथ ही लिखा, कोई ड्रामा नहीं. LoC हटाने का एक प्रोसेस है. मैं फ्लाइट रिस्क पर नहीं हूं.
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