Bank Fraud Case: अशोका यूनिवर्सिटी के दो फाउंडर्स समेत तीन गिरफ्तार, 1600 करोड़ रुपये के फ्रॉड में हुई गिरफ्तारी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 28, 2023, 08:03 PM IST

ED Office (File Photo)

Ashoka University Founders Arrested: अशोका यूनिवर्सिटी के सह संस्थापकों प्रणव गुप्ता और विनीत गुप्ता के ठिकानों पर छापेमारी के एक दिन बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.

डीएनए हिंदी: ED News- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम के 1,626 करोड़ रुपये के कर्ज से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कार्रवाई शुरू कर दी है. ED ने अशोका यूनिवर्सिटी के सह-संस्थापकों प्रणव गुप्ता व विनीत गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों के साथ चार्टर्ड अकाउंटेंट एसके बंसल को भी गिरफ्तार किया गया है. ये गिरफ्तारी प्रणव गुप्ता व विनीत गुप्ता की फार्मा कंपनी पैराबॉलिक ड्रग्स लिमिटेड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस (PMLA) के तहत हुई है. ईडी ने यह गिरफ्तारी शुक्रवार को प्रणव-विनीत के ठिकानों पर छापेमारी के बाद की है.

1,625 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज घोटाले से जुड़ा है केस

ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस पैराबॉलिक ड्रग्स फार्मास्यूटिक्ल लिमिटेड के खिलाफ सीबीआई की तरफ से सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम के 1,626 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज का गबन करने के मामले में जांच शुरू करने के बाद रजिस्टर्ड किया था. लंबी जांच के बाद ईडी ने शुक्रवार को दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी. NDTV ने ईडी सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि शनिवार को प्रणव, विनीत और बंसल को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है.

अशोका यूनिवर्सिटी से 2022 में ही दे चुके हैं इस्तीफा

हरियाणा स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के सह-संस्थापकों में शामिल प्रणव गुप्ता व विनीत गुप्ता अब इस संस्थान के साथ नहीं हैं. दोनों ने 2021 में अपने व अपनी कंपनी के खिलाफ सीबीआई जांच शुरू होने के बाद साल 2022 में यूनिवर्सिटी में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था. यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने भी शुक्रवार को ईडी की छापेमारी के बाद स्पष्ट किया था कि प्रणव गुप्ता व विनीत गुप्ता की कंपनी के घोटाले का यूनिवर्सिटी से कोई लिंक नहीं है.

चंडीगढ़ कोर्ट में पेश कर रिमांड लेगी ईडी

ईडी अब प्रणव, विनीत और बंसल को चंडीगढ़ स्थित स्पेशल कोर्ट में पेश करेगी, जहां उसकी कोशिश इन तीनों का रिमांड लेने की रहेगी. तीनों से 1626 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले से जुड़े मामले में पूछताछ की जाएगी, जिसमें इस पैसे को कहां इन्वेस्ट किया गया है, इस बात की जानकारी लेने पर जोर रहेगा.

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