Assembly Bypolls Results 2024: 13 में से 7 सीट पर आया रिजल्ट, BJP ने 1 और विपक्ष ने जीती 6, जानें ताजा अपडेट

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Jul 13, 2024, 04:54 PM IST

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर जीत गई हैं.

Assembly Bypolls Results 2024 LIVE: सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में 10 जुलाई को मतदान हुआ था. इन राज्यों में बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तमिलनाडु शामिल हैं. यहां पढ़ें Live Updates.

Assembly Bypolls Results 2024 LIVE: सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर 3 दिन पहले हुए उपचुनाव का परिणाम आज (शनिवार  13 जुलाई) जारी होने जा रहा है. आज मतगणना का काम सुबह 8 बजे शुरू कर दिया गया है. जहां मतगणना पूरी होती रहेगी, वहां का रिजल्ट घोषित होता रहेगा. लोकसभा चुनाव के बाद ये पहला मौका है, जब NDA और INDIA ब्लॉक के बीच फिर से चुनावी मुकाबला हुआ है. लोकसभा चुनाव में INDIA ब्लॉक ने NDA की ताकत को कमजोर किया है. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने में सफल रहा है, लेकिन उसकी सीटों में भारी कमी आई है. ऐसे में इन उपचुनाव पर हर एक की नजर लगी हुई है.

यहां पढ़ें रिजल्ट से जुड़े Live Updates: 

  • उत्तराखंड से बीजेपी के लिए सबसे निराश करने वाली खबर आई है. 2014 के बाद यह पहली बार है जब किसी भी चुनाव में बीजेपी से ज्यादा सीटें कांग्रेस को मिली हैं.
  • अब तक 13 में से 7 सीट का रिजल्ट घोषित हुआ है. इनमें से 1 सीट भाजपा को मिली है, जबकि बाकी 6 सीट कांग्रेस, टीएमसी और आप ने जीती हैं.
  • पश्चिम बंगाल की चार में से तीन सीट का रिजल्ट आ गया है. रायगंज में TMC की कृष्ण कल्याणी जीती हैं, तो राणाघाट दक्षिण सीट पर TMC के मुकुल मणि अधिकारी और बागदाह सीट पर TMC के मधुपर्णा ठाकुर को जीत मिली है.
  • हिमाचल प्रदेश की तीनों सीट पर रिजल्ट आ गया है. कांग्रेस ने देहरा और नालागढ़ सीट अपने नाम कर ली है, जबकि हमीरपुर सीट पर भाजपा के आशीष शर्मा जीत गए हैं. नालागढ़ सीट पर हरदीप सिंह बावा जीते हैं.
  • हिमाचल प्रदेश के देहरा विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने जीत हासिल कर ली है. हमीरपुर सीट पर भाजपा के आशीष शर्मा आगे हैं, जबकि नालागढ़ सीट पर कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा को बढ़त मिली हुई है.
  • बिहार की रुपौली विधानसभा सीट पर उलटफेर होने के आसार दिख रहे हैं. चार बार की विधायक बीमा भारती और JDU उम्मीदवार को पछाड़कर यहां निर्दलीय शंकर सिंह आगे निकल गए हैं.
  • पंजाब की जालंधर वेस्ट सीट पर आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत ने जीत हासिल कर ली है.
  • मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा सीट पर कांग्रेस ने भाजपा को पछाड़ रखा है.
  • उत्तराखंड की मंगलौर और बद्रीनाथ विधानसभा सीटों पर भाजपा पर कांग्रेस ने बढ़त बना रखी है.
  • चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल की मानिकताल और राणाघाट दक्षिण में भी BJP को TMC ने पीछे छोड़ रखा है.
  • पश्चिम बंगाल की चार में से दो सीट रायगंज और बगदाह का रिजल्ट आ गया है. दोनों जगह TMC उम्मीदवारों ने भाजपा उम्मीदवारों को हरा दिया है.
  • पंजाब की जालंधर वेस्ट सीट पर आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत ने भाजपा के शीतल अंगुरल पर भारी बढ़त बना रखी है और उनका जीतना तय माना जा रहा है.
  • हिमाचल प्रदेश की देहरा सीट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने भारी बढ़त बना रखी है.
  • हिमाचल प्रदेश की नालागढ़ सीट पर भी कांग्रेस आगे है, जबकि हमीरपुर सीट पर भाजपा के आशीष शर्मा ने बढ़त बना रखी है.
  • बिहार की रुपौली सीट पर RJD की चार बार की विधायक बीमा भारती पर JDU के कालाधार प्रसाद मंडल ने बढ़त बना रखी है.
  • पश्चिम बंगाल में भाजपा को करारा झटका लगा है. चार में से एक भी सीट पर भगवा दल को बढ़त नहीं मिली है. रायगंज, राणाघाट दक्षिण, बगदाह और मानिकतला में TMC कैंडीडेट आगे चल रहे हैं.
  • मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट पर कांग्रेस के धीरन शाह सुखराम आगे चल रहे हैं.
  • उत्तराखंड की बद्रीनाथ सीट पर कांग्रेस के लखपत सिंह भुटोला और मंगलौर सीट पर कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने बढ़त बना रखी है.
  • तमिलनाडु की विक्रावंडी सीट पर DMK कैंडीडेट ने भारी बढ़त बना रखी है.

किस राज्य की कितनी सीटों पर आएगा परिणाम

10 जुलाई को 7 राज्यों की 13 विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग कराई गई थी. ये सीट लोकसभा चुनाव में जीतने के बाद या अन्य किसी कारण से पुराने विधायकों के इस्तीफा देने या उनके निधन के कारण खाली हुई थीं. पंजाब, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और बिहार की 1-1 सीट पर उपचुनाव हुआ है, जबकि पश्चिम बंगाल में 4, हिमाचल प्रदेश में 3 और उत्तराखंड में 2 सीट पर वोट डाले गए थे. इन सीटों का परिणाम आज घोषित होगा.

कैसा रहा था पिछली बार इन सीटों पर परिणाम

पिछली बार इन 13 सीट में से भाजपा ने सबसे ज्यादा 3 सीट अपने नाम कर रखी थी, जबकि 3 सीट निर्दलीय विधायकों की थी. कांग्रेस की 2 सीट व अन्य की 5 सीट थी. इस बार उपचुनाव में खास बात ये है कि तीनों निर्दलीय विधायक इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल होकर उसके टिकट पर दोबारा चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं. इसी तरह पश्चिम बंगाल में भाजपा के दो जीते हुए विधायकों ने पाला बदलकर TMC का दामन थामते हुए इस्तीफा दिया था और लोकसभा चुनाव लड़े थे. लेकिन लोकसभा चुनाव में उन्हें मतदाताओं ने पटखनी दे दी है.

बिहार की रुपौली सीट पर बीमा भारती की इमेज दांव पर

बिहार में पूर्णिया जिले की रुपौली विधानसभा सीट पर मुकाबला हुआ है. यहां साल 2005 से लगातार चार बार बीमा भारती पहले RJD और फिर JDU के टिकट पर विधायक रही हैं. इस बार बीमा भारती के सामने निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह मैदान में हैं, जो साल 2020 में लोजपा उम्मीदवार के तौर पर उतरे थे.

मध्य प्रदेश में कमल नाथ के जादू पर सवाल

मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ है, जो छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में आती है. छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ की पारंपरिक सीट थी, लेकिन इस बार उन्होंने अपने बेटे नकुलनाथ को चुनाव लड़ाया था. कमल नाथ अपने बेटे को नहीं जिता सके हैं. ऐसे में यदि अमरवाड़ा विधानसभा सीट का उपचुनाव भी कांग्रेस हारती है तो कमल नाथ के राजनीतिक करियर पर सवाल उठ जाएंगे. यहां तीन बार से विधायक बन रहे कमलेश शाह कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा के टिकट पर उपचुनाव में उतरे हैं. ऐसे में कमलनाथ के लिए कांग्रेस उम्मीदवार को जिताने की राह मुश्किल ही दिख रही है.

पश्चिम बंगाल में भाजपा बरकरार रख पाएगी अपनी सीटें

पश्चिम बंगाल की चार में से तीन सीट रायगंज, राणाघाट दक्षिण और बगदाह पर 2021 में भाजपा ने जीत हासिल की थी, जबकि मानिकतला सीट ममता बनर्जी की TMC के कब्जे में थी. दक्षिणी बंगाल की राणाघाट दक्षिण और बगदाह के साथ ही उत्तरी बंगाल की रायगंज सीट पर दोबारा जीतना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है.  

पंजाब में AAP का वर्चस्व तोड़ने की चुनौती 'दोस्त' कांग्रेस पर

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने लोकसभा चुनाव में INDIA ब्लॉक के धड़ों के तौर पर आपस में हाथ मिलाकर 'दोस्ती' की थी. अब भी आगामी विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियों के बीच दोस्ती की बात चल रही है, लेकिन पंजाब की बात आते ही दोनों पार्टियों की ये दोस्ती आपसी दुश्मनी में बदल जाती है. लोकसभा में भी दोनों पार्टियों ने पंजाब में अलग-अलग चुनाव लड़ा था और अब जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी दोनों एक-दूसरे के सामने रही हैं. यहां AAP के टिकट पर जीते शीतल अंगुरल अब BJP में चले गए हैं. ऐसे में यह तीसरा एंगल भी खड़ा हो गया है. यह सीट AAP नेता व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के लिए लिटमस टेस्ट मानी जा रही है.

उत्तराखंड में बसपा बरकरार रख पाएगी सीट

उत्तराखंड में दो सीट पर उपचुनाव हुआ है. इनमें मंगलौर विधानसभा सीट हरिद्वार जिले के मैदानी इलाके में है, जो बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन से खाली हुई है. उत्तराखंड में भाजपा बनाम कांग्रेस की ही राजनीति होने के बावजूद यह इलाका बसपा का गढ़ रहा है. ऐसे में रिजल्ट पर सबकी निगाह हैं कि क्या मायावती की पार्टी यहां अपना वर्चस्व बनाए रख पाएगी या नहीं. बसपा ने इस सीट पर सरवत करीम अंसारी के बेटे उबेदुर रहमान को ही टिकट दिया है, लेकिन कांग्रेस ने पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन को उतारकर उसका मुस्लिम समीकरण बिगाड़ रखा है. उधर, बद्रीनाथ विधानसभा में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए राजेंद्र भंडारी और कांग्रेस नेता व चमोली जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष लखपत सिंह भुटोला के बीच मुकाबला हुआ है.

हिमाचल प्रदेश में भाजपा के लिए बड़ी चुनौती

हिमाचल प्रदेश में देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ विधानसभा सीट पर निर्दलीय विधायक जीते थे. देहरा से होशियार सिंह, हमीरपुर से आशीष शर्मा और नालागढ़ से केएल ठाकुर ने विधायकी से इस्तीफा देकर भाजपा जॉइन कर ली है और उसके टिकट पर चुनाव लड़े हैं. उधर, कांग्रेस के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा सीट से उपचुनाव में अपनी पत्नी कमलेश ठाकुर को उतारकर मुकाबला रोचक बना दिया है. ऐसे में ये भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है कि वो तीनों सीट जीतकर सुक्खू को पटखनी दे पाती है या नहीं.

तमिलनाडु में DMK के लिए आसान चुनौती

तमिलनाडु में विक्रवंडी सीट पर उपचुनाव हुआ है. यहां विधायक एन. पुगाझेंथी का इसी अप्रैल में निधन होने से उपचुनाव हुआ है. AIADMK ने यहां उम्मीदवार नहीं उतारा है, जिससे सत्ताधारी DMK के लिए यह सीट आसान चुनौती मानी जा रही है. हालांकि AIADMK ने अपनी सहयोगी पार्टी पट्टाली मक्कल काची (PMK) को समर्थन दिया है, लेकिन उससे बहुत ज्यादा फर्क पड़ने की संभावना नहीं लग रही है. 

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