डीएनए हिंदी: कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, कांग्रेस के सकंटमोचक हैं. 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आने वाले हैं. कांग्रेस हर राज्य में शानदार प्रदर्शन करती नजर आ रही है लेकिन अब कांग्रेस को हॉर्स ट्रेडिंग का डर सता रहा है. विधायकों की सौदेबाजी को रोकने के लिए कांग्रेस अब तक अपने सबसे बड़े संकटमोचक डीके शिवकुमार का इस्तेमाल करती रही है. राजस्थान से लेकर महाराष्ट्र और कर्नाटक तक, हर जगह डीके शिवकुमार मजबूत संकटमोचक की तरह पांव अड़ा देते हैं. हॉर्स ट्रेडिंग रोकने में उनसे बेहतर क्षमता किसी नेता की नहीं है. अब एक बार फिर डीके शिवकुमार ने कहा है कि वे पार्टी के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने इशारा किया है कि अगर पार्टी हाईकमान मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी की ओर से इशारा मिलता है तो वे पांचों राज्यों के विधायकों को संभालने के लिए तैयार है. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि अगर हाई कमांड कहेगा तो उन 5 राज्यों के विधायकों को संभालने के लिए मैं तैयार हूं.
क्यों कांग्रेस को फिर याद आ रहे डीके शिवकुमार?
एग्जिट पोल के नतीजों पर गौर करें तो अभी तक के रुझान इशारा कर रहे हैं कि 5 राज्यों में हर सियासी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीज जबरदस्त टक्कर देखने को मिल रही है. तेंलगाना में कांग्रेस और बीआरएस के बीच कड़ी टक्कर है, वहीं मिजोरम के चुनावी नतीजे अलग इशारा कर रहे हैं.
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क्या कह रहे हैं एग्जिट पोल के नतीजे?
राजस्थान विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल इशारा कर रहे हैं कि जनमत सर्वेक्षण के मुताबिक राजस्थान में बीजेपी सरकार बना रही है. बीजेपी के पास 96 से 109 सीटें, कांग्रेस के पास 81 से 95 सीटें और अन्य के खाते में 10 से 15 सीटें जा सकती हैं. छत्तीसगढ़ में ज्यादातर सर्वेक्षण यह कह रहे हैं कि कांग्रेस सरकार बरकरार रह सकती है. मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार की वापसी दिख रही है.
एक्सिस माई इंडिया के सर्वे के मुताबिक बीजेपी के खाते में 140 से 162 सीटें जा सकती हैं, वहीं कांग्रेस के खाते में 68 से 90 से सीटें जा सकती हैं, बीएसपी और जीजीपी के खाते में 2 सीटें और अन्य के खाते में 1 सीटें जा सकती हैं. जेपीएम को 28 से 35 सीटें मिल रही हैं, एमएनएफ को 3 से 7 सीटें, कांग्रेस को 2 से 4 सीटें, बीजेपी को 2 सीटें और अन्य को शून्य सीटें मिती नजर आ रही हैं. ज्यादातर सर्वे में कांग्रेस को तेलंगाना में बहुमत मिलता नजर आ रहा है. BRS को 24-42, कांग्रेस को 62-80, बीजेपी को 2-12 सीटें मिल सकती हैं. जन की बात ने BRS को 40-55, कांग्रेस को 48-64, बीजेपी को 7-13 सीटें दी हैं.
इस वजह से कांग्रेस को सता रहा हॉर्स ट्रेडिंग का डर
ज्यादातर राज्यों के नतीजे इशारा कर रहे हैं कि इन राज्यों में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. ऐसे में हर पार्टी निर्दलीय और छोटे दलों के विधायकों को अपनी ओर खींचने की कोशिश करेगी. ऐसे में कांग्रेस के संकटमोचक डीके शिवकुमार अपनी भूमिका संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
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