डीएनए हिंदी: अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की लाश प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफना दी गई है. शनिवार शाम को अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या तीन बदमाशों ने कर दी थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद यह पता चला है कि अतीक को कुल 8 गोलियां मारी गई हैं. रविवार शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दोनों की लाश दफना दी गई है. दोनों नाबालिग बेटों ने अतीक और अशरफ को अंतिम विदाई दी है.
पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम के बाद अतीक और अशरफ के शव शाम करीब साढ़े छह बजे कब्रिस्तान लाए गए थे. अतीक के बेहद करीबी रिश्तेदारों को ही कब्रिस्तान में आने की इजाजत दी गई थी. परिवार के बेहद कम लोगों को कब्रिस्तान में आने की इजाजत थी. अतीक की पत्नी कब्रिस्तान में नजर नहीं आई. उस पर 50,000 रुपये का इनाम रखा गया है. रिश्तेदारों के अलावा अन्य लोगों को आधार कार्ड देखकर ही कब्रिस्तान में दाखिल होने दिया गया.
कैसे निकला अतीक-अशरफ का जनाजा?
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कहां दफनाई गई है अतीक अहमद की लाश?
कसारी मसारी कब्रिस्तान में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की लाश दफनाई गई है. यहीं अतीक के बेटे असद की भी लाश दफनाई गई है. पुलिस के मुताबिक दोनों शव पहुंचने के बाद उनके अंतिम संस्कार की रस्म में शुरू की गई. इस मौके पर कुछ पर्दानशीं महिलाएं भी पहुंची. पुलिस के मुताबिक इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर कब्रिस्तान परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया.
बुर्कानशीं महिलाओं पर थी पुलिस की नजर
अतीक अहमद और अशरफ के जनाजे में बुर्के में आई महिलाओं पर पुलिस ने कड़ाई से नजर रखी. कब्रिस्तान के बाहर हजारों लोगों की भीड़ में साइश्ता परवीन को पुलिस ढूंढ रही थी. अशरफ की दोनों बेटियां और नाबालिग बेटे भी कब्रिस्तान लाए गए थे. नाबालिग बेटों को बाल सुधार गृह में रखा गया था.
जेल में भेजे गए अतीक अहमद के हत्यारे
अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी पर अतीक और अशरफ की हत्या के आरोप हैं. रविवार को तीनों को प्रयागराज की अदालत में पेश किया गया था, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए.
क्या कहती है अतीक अहमद और अशरफ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट?
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट रविवार शाम को सामने आई. अतीक के शरीर में कुल 8 गोलियां दागी गई हैं, वहीं अशरफ को 5 गोलियां लगी हैं. पोस्टमार्टम की विडियोग्राफी भी कराई गई है. अतीक के सिर, गर्दन, छाती और कमर में गोली लगी थी. अशरफ को एक गले में, बीच पीठ में, एक कलाई में, एक पीठ में और एक कमर में गोली लगी है. तीन गोलियां अशरफ के शरीर में थीं, दो आरपार चली गई थीं.
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कसारी मसारी कब्रिस्तान में थी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
शनिवार को हुए अतीक के बेटे असद के अंतिम संस्कार के दौरान तैनात पुलिस बल के मुकाबले आज दोगुनी चौकसी रही. दंगा नियंत्रण वाहन भी बुलाया गया. बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी डीसीपी गंगानगर, डीसीपी सिटी और डीसीपी यमुनानगर समेत आला अधिकारी मौजूद रहे.
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प्रयागराज में चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं पुलिसकर्मी
अंतिम संस्कार से पहले कब्रिस्तान के गेट के पास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी. प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. एक मकान की छत पर बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद रहे. उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक अशरफ की शनिवार देर रात पुलिस द्वारा मेडिकल परीक्षण कराकर वापस ले जाए जाते वक्त तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी.
न्यायिक आयोग करेगी हत्या की जांच
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि गृह विभाग ने कमीशन ऑफ इन्क्वॉयरी ऐक्ट, 1952 के तहत 15 अप्रैल को प्रयागराज जिले के संपूर्ण घटनाक्रम की विस्तृत जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है.
इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ज जज जस्टिस अरविंद कुमार त्रिपाठी इस न्यायिक आयोग का नेतृत्व करेंगे. उनके अलावा रिटायर्ड DGP सुबेश कुमार सिंह IPS और रिटायर्ड जिला जज बृजेश कुमार सोनी इस न्यायिक आयोग के सदस्य होंगे.
न्यायिक आयोग को मामले की जांच के बाद दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी. राज्य के गृह विभाग ने जांच आयोग अधिनियम, 1952 के तहत आयोग का गठन किया है. उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतीक अहमद और अशरफ की सनसनीखेज हत्या में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
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