डीएनए हिंदी: Prayagraj Shottout- उत्तर प्रदेश ही नहीं कई राज्यों में चार दशक से खौफ का साम्राज्य चलाने वाले अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या हो गई है. दोनों की हत्या प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के बाहर उस समय कर दी गई, जब वे पुलिस हिरासत में मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे. पुलिस हिरासत में ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर पूर्व सांसद की हत्या से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है. प्रदेश की कानून व्यवस्था पर विपक्षी दलों ने सवाल उठा दिए हैं. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस हत्याकांड को लेकर बेहद सख्त मूड में दिखाई दिए हैं. उन्होंने हत्या की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.
पढ़ें- Atiq Ahmed Killed: माफिया अतीक अहमद की भाई समेत हत्या, कैमरे के सामने पुलिस हिरासत में ही सिर में मारी गोली
अतीक ही हत्या से न्यायिक जांच के आदेश तक 5 पॉइंट्स में जानें क्या-क्या हुआ है.
1. मीडियाकर्मी बनकर आए, जय श्रीराम कहा और गोली मार दी
अतीक अहमद और अशरफ अहमद को उमेश पाल मर्डर केस में पेशी के लिए बी वारंट पर प्रयागराज लाया गया था. दोनों से प्रयागराज के धूमनगंज पुलिस थाने में पूछताछ की गई थी. इसके बाद दोनों को उनकी जेलों में वापस भेजने से पहले मेडिकल जांच के लिए पुलिस टीम अपनी जीप में लेकर गई थी. मेडिकल कॉलेज के बाहर पुलिस जीप से दोनों के उतरते ही मीडिया टीमों ने उन्हें घेर लिया. इसी दौरान मीडियाकर्मी बनकर आए 3 युवकों ने पहले जय श्रीराम का नारा लगाया और फिर पिस्टल से अतीक के सिर में गोली मारी और फिर अशरफ पर गोलियां बरसा दीं. दोनों वहीं ढेर हो गए. तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनकी पहचान लवलेश, सन्नी और अरुण मौर्य के तौर पर की गई है. इस घटना में एक पुलिसकर्मी मानसिंह व एक पत्रकार भी घायल हो गए हैं.
पढ़ें- Atiq Ahmed Killed: मिट्टी में मिल गया अतीक अहमद, खानदान भी साफ, किसने किया गुनाह, किसे मिला इंसाफ?
2. सीएम ने रात में ही की मीटिंग, 17 पुलिसकर्मी निलंबित करने की सूचना
सीएम योगी आदित्यनाथ ने रात में ही पुलिस महानिदेशक, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर समेत कई आला पुलिस अधिकारियों की हाई लेवल मीटिंग बुलाई. मीटिंग में वे इस घटना से बेहद नाराज दिखाई दिए. सूत्रों का कहना है कि उन्होंने इस घटना के समय अतीक के साथ ड्यूटी पर मौजूद 17 पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने के आदेश दिए. हालांकि इसकी पुष्टि किसी भी आला अधिकारी ने नहीं की है. बैठक में मुख्यमंत्री ने अतीक की हत्या के बाद प्रदेश में हिंसा फैलने का संदेह जताया और तत्काल सारे जिलों में व्यवस्था मजबूत करने के आदेश दिए.
पढ़ें- Atiq Ahmed Shot Dead: 'कुछ लोग जानबूझकर भय फैला रहे', जानिए अतीक की हत्या पर विपक्षी दलों में किसने क्या कहा
3. मुख्यमंत्री ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग बनाने का आदेश दिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का आदेश दिया है. घटनास्थल पर एक-एक सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम को भी लगाया गया है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि न्यायिक आयोग की जांच में दोषी मिलने वाले सभी लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाए.
पढ़ें- Atiq Ahmed Killed: नहीं रहा अतीक अहमद, पढ़ें कैसे शुरू किया था उसने डर का साम्राज्य
4. प्रदेश में धारा 144 लागू, कई जगह फ्लैगमार्च
प्रदेश में हिंसा फैलने की संभावना को देखते हुए तत्काल प्रभाव से धारा-144 लागू कर दी गई है. लखनऊ के हुसैनाबाद समेत कई शहरों में मुस्लिम समुदाय की बहुलता वाले इलाकों में पुलिस और पीएसी से फ्लैग मार्च कराया गया है. सभी जगह हाई लेवल अलर्ट के निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री आवास पर भी सिक्योरिटी को बढ़ा दिया गया है. प्रयागराज में इंटरनेट सेवा बंद करने के भी आदेश दिए गए हैं. हालांकि देर रात तक इंटरनेट सेवा चालू थी.
पढ़ें- उमेश पाल अपहरण: क्या है 17 साल पुराना वह केस जिसने अतीक अहमद को पहले दर-दर का भिखारी बनाया, आखिर में मौत मिली
5. भाजपा मंत्री ने बताया हत्या को 'आसमानी इंसाफ'
भाजपा के मंत्री सुरेश खन्ना ने अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे आसमानी इंसाफ बताया है. उन्होंने कहा, जब जुल्म की इंतहा होती है तो कुछ फैसले आसमान से होते हैं. सरकार ने इस बात की हर तरह से कोशिश की कि कानून व्यवस्था को बनाए रखे. योगी सरकार ने अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का नारा दिया था, सरकार उस पर कायम है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.