Ayodhya Deepotsav 2024: अयोध्या में भगवान राम लंका में रावण वध करने के बाद माता सीता को लेकर भले ही दिवाली (Diwali 2024) के दिन वापस लौटे थे, लेकिन उस दिन जैसा ही दीपोत्सव का नजारा इस नगरी में बुधवार (30 अक्टूबर) की शाम छोटी दिवाली (Choti Diwali Celebration 2024) के दिन ही देखने को मिल गया है. राम नगरी में भगवान राम की जन्मभूमि पर उनके बालरूप के मंदिर का निर्माण होने के बाद इस बार पहली दिवाली मनाई जा रही है. इस ऐतिहासिक मौके को और ज्यादा यादगार बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सरयू नदी के तट पर 25 लाख दीये जलाने का टारगेट तय किया था. बुधवार शाम को जब ये दीये एकसाथ जले तो इनकी चमक आकाश तक दिखाई दी. इसके साथ ही एक साथ इतनी बड़ी संख्या में एक जगह पर दीये जलने का नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) भी कायम हो गया है. योगी आदित्यनाथ खुद इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने और उन्होंने ही दीये को जलाकर दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav 2024) की शुरुआत की. उन्होंने इससे पहले भगवान राम की शोभायात्रा में उनका रथ भी खींचा है और इसके बाद सरयू तट पर पहुंचकर आरती भी की है.
योगी आदित्यनाथ ने जलाया पहला दीया
अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहला दीया जलाकर की. उनके साथ प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम बृजेश पाठक व केशव प्रसाद मौर्य ने भी दीये जलाए. उनका साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिया. इन सभी ने 5-5 दीये जलाए. रिकॉर्ड कायम करने के लिए अयोध्या में सरयू नदी के तट पर रामकी पैड़ी, चौधरी चरण सिंह घाट और भजन संध्या स्थल पर दीयों को सजाया गया था.
लेजर लाइट शो और ड्रोन शो ने बांधा समां
दीपोत्सव के दौरान सरयू नदी के तट पर लेजर लाइट शो और ड्रोन शो ने समां बांध दिया है. साउंड और लाइट की मदद से राम लीला के मंचन ने सरयू घाट पर मौजूद सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया तो आकाश में ड्रोन्स की मदद से बनाए गए दीपावली के दीयों की आकृति ने भी रोमांच पैदा किया.
सरयू घाट पहुंचकर सीएम ने की आरती
योगी आदित्यनाथ ने दीपक जलाकर दीपोत्सव की शुरुआत करने के बाद सीधा सरयू नदी के घाट का रुख किया, जहां उन्होंने खुद सरयू नदी का संध्या आरती के जरिये वंदन किया. इसके बाद उन्होंने लेजर लाइट शो व साउंड एंड लाइट रामलीला का भी आनंद लिया.
भगवान राम और माता सीता निकले अयोध्या भ्रमण पर, योगी ने खींचा रथ
अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत से पहले भगवान राम, माता सीता, भगवान लक्ष्मण और भगवान हनुमान की शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा के रथ को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद घोड़े की जगह खींचकर प्रभु को अयोध्या में विराजमान करने के लिए आतुर दिखाई दिए. इस दौरान उनके साथ दोनों डिप्टी सीएम और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहे.
'500 साल बाद लौटे हैं रामलला, ऐतिहासिक है पल'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले लोगों को संबोधित भी किया. उन्होंने राज्य के सभी लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 14 साल के वनवास से मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के अयोध्या वापस लौटने और रामराज्य की शुरुआत की याद में भक्तों ने अपने घरों को दीपों से सजाकर दिवाली का उत्सव मनाना शुरू किया था. इस बार यह त्योहार और ज्यादा ऐतिहासिक है, क्योंकि रामलला 500 साल के वनवास के बाद अपने घर (अयोध्या राम मंदिर) में विराजमान हुए हैं.
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