राम के रंग में रंगे अयोध्या के सिख, प्राण प्रतिष्ठा से पहले 3 दिनों का करेंगे अखंड पाठ

अभिषेक शुक्ल | Updated:Jan 17, 2024, 09:28 AM IST

अयोध्या राम मंदिर.

अयोध्या में सिख समुदाय राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से ठीक पहले 19 जनवरी से तीन दिवसीय अखंड पाठ आयोजित करने के लिए तैयार है.

डीएनए हिंदी: अयोध्या के राम मंदिर में रामलला विराजने वाले हैं. 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या राम के रंग में रंग गई है. सिख समुदाय भी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से एक दिन पहले 19 जनवरी से 21 जनवरी तक अयोध्या में गुरुद्वारा ब्रह्म कुंड साहिब में तीन दिवसीय 'अखंड पाठ' का आयोजन करने के लिए तैयार है.

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा, 'देश के अलग-अलग हिस्सों से सिख अखंड पथ में भाग लेंगे. इसे प्राण प्रतिष्ठा के लिए आयोजित किया जाएगा जिससे यह सुचारू रूप से चले. सिखों, भगवान राम और अयोध्या के बीच पुराने संबंध रहे हैं. यह एक इतिहास है. सुप्रीम कोर्ट में भी 1510 में गुरु नानक देव जी की राम मंदिर की यात्रा का जिक्र किया गया था. निहंग 1858 में राम मंदिर के अंदर भी गए थे. वहीं उन्होंने हवन किया और परिसर के अंदर दीवार पर राम भी लिखा.'

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क्या है सिख धर्म का अखंड पाठ?
अखंड पाठ, सिख धर्म में एक मौलिक अनुष्ठान है, जिसका गहरा आध्यात्मिक महत्व है. इसमें सिखों की पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड और निरंतर पाठ शामिल है. यह पाठ, 48 घंटे से अधिक समय तक चलता है. पाठकों की एक टीम गुरुग्रंथ साहिब का पाठ करती है. समारोह के समापन तक दिव्य धर्मग्रंथ के शब्द बिना किसी रुकावट के गूंजते रहेंगे.'

पहले भी हो चुका है अखंड पाठ
साल 2019 में भी अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद भी सिखों ने अखंड पाठ किया था. आरपी सिंह ने कहा कि 2019 में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले से पहले अखंड पाठ और कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था.

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गुरुग्रंथ साहिब में 2,533 बार है राम का जिक्र
आरपी सिंह ने कहा कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले, हमने अयोध्या के उसी गुरुद्वारे में अखंड पाठ का आयोजन किया था. इसमें कानपुर, हैदराबाद, अमृतसर और देश के अन्य हिस्सों से सिखों ने भाग लिया और राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रार्थना की. यह अखंड पाठ प्राण प्रतिष्ठा के लिए है. गुरु ग्रंथ साहिब में राम शब्द का इस्तेमाल 2,533 बार किया गया है. 

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क्यों हो रहा है अखंड पाठ?
सिख अखंड पाठ के जरिए एकजुटता का संदेश देंगे. इसका मकसद धर्म की सीमाओं से परे आस्था और आध्यात्मिकता की जीत का जश्न मनाना भी है. अखंड पाठ का आयोजन करके, सिख समुदाय का उद्देश्य अंतरधार्मिक एकजुटता भी प्रदर्शित करना है.

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