Ayushman Bharat Scheme: दोगुने होंगे आयुष्मान भारत स्कीम के लाभार्थी, 10 लाख तक का होगा इंश्योरेंस कवर, पढ़ें पूरी बात

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Aug 22, 2024, 12:58 PM IST

Ayushman Bharat Scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोर स्कीम और दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ बीमा योजना आयुष्मान भारत का दायरा बढ़ाने की कवायद चल रही है. नए बदलावों के बाद देश के 100 करोड़ लोग इसके दायरे में आ जाएंगे.

Ayushman Bharat Scheme: आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की कोर स्कीम आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) के दायरे में फिलहाल आते हों या नहीं, लेकिन हम आपको एक काम की खबर बताने जा रहे हैं. जल्द ही हो सकता है आप भी इस सरकारी हेल्थ बीमा योजना के लाभार्थियों में शामिल हो जाएं. दरअसल मोदी सरकार ने दुनिया की इस सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए कुछ बदलाव करने की तैयारी कर ली है. इन बदलावों के बाद इस स्कीम के लाभार्थियों की संख्या मौजूदा 55 करोड़ से बढ़कर 100 करोड़ करने की योजना है. ऐसा हुआ तो 140 करोड़ की आबादी वाले हमारे देश की एक तिहाई से ज्यादा जनसंख्या इसके दायरे में आ जाएगी. इतना ही नहीं इस बीमा के तहत मिलने वाले इंश्योरेंस कवर को भी 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये किया जा रहा है. साथ ही निजी अस्पतालों के 4 लाख बेड भी इस बीमा के दायरे में लाने की तैयारी है.

लोकसभा चुनाव के BJP घोषणापत्र में किया गया था वादा

भाजपा ने तीसरी बार अपनी सरकार बनने पर लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने का वादा लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में किया था. इसके लिए 70 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी नागरिकों को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाने की तैयारी की जा रही है. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक ,NDA सरकार के तीसरे कार्यकाल में बीमा योजना के लाभार्थियों की संख्या 100 करोड़ करने का टारगेट तय किया गया है. फिलहाल इस योजना के तहत 12.34 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ लोग लाभ उठा रहे हैं. इन सभी को सालाना 5 लाख रुपये का हेल्थ बीमा कवरेज मिलता है. इस साल 30 जून तक इस योजना के तहत 7.37 करोड़ लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की मंजूरी दी जा चुकी है. इनके इलाज पर कुल 1 लाख करोड़ रुपये का खर्च किया गया है. 

बदलाव के बाद की जा रही है ये तैयारी

रिपोर्ट के मुताबिक, आयुष्मान भारत योजना के तहत अगले पांच साल के टारगेट और उनकी समयसीमा तय करने की जिम्मेदारी सरकारी अधिकारियों के एक समूह (GoS) को दी गई थी. इस समूह में 9 मंत्रालयों के अधिकारी शामिल हैं. इस समूह ने अपने बिंदुवार सुझाव सरकार को सौंप दिए हैं, जिनकी प्रस्तुति जल्द ही कैबिनेट सचिव के सामने दी जाएगी. इस समूह ने मोदी सरकार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत स्कीम) के 5 लाख रुपये के मौजूदा इंश्योरेंस कवर को बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने का सुझाव दिया है. इस बढ़ोतरी के बाद ज्यादा गंभीर बीमारियों का इलाज निजी अस्पतालों में कराया जा सकेगा. 

महिलाओं को होगा खास लाभ

आयुष्मान भारत स्कीम में जो बदलाव करने की तैयारी की जा रही है, इसका सबसे बड़ा लाभ महिलाओं को होने जा रहा हैं. पिछले साल स्वास्थ्य मंत्रालय ने खुद बताया था कि मौजूदा समय में इस स्कीम का लाभ उठा रहे लाभार्थियों में करीब 49% महिलाएं हैं. अस्पताल में भी भर्ती होने की मंजूरी पाने वाले मरीजों में 48% महिला मरीज ही होती हैं. अब महिलाओं को मिलने वाला बीमा कवर 15 लाख रुपये किया जाएगा. हालांकि यह लाभ महिलाओं की 'विशिष्ट बीमारियों और विशिष्ट परिस्थितियों' में ही मिलेगा.

निजी अस्पतालों में बढ़ाए जाएंगे बेड

लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के साथ ही उनके लिए निजी अस्पतालों में 4 लाख बेड भी बढ़वाए जा रहे हैं. हालांकि इतने बेड एक साथ नहीं बढ़ाए जाएंगे बल्कि अगले 5 साल के दौरान यह बढ़ोतरी की जाएगी. फिलहाल इस योजना के दायरे में 7.22 लाख प्राइवेट बेड हैं, जिन्हें 2026-27 तक 9.32 लाख और 2028-29 तक 11.12 लाख करने का टारगेट तय किया गया है. अगले 5 साल के दौरान सस्ते दाम पर जेनरिक दवाएं देने वाले जन औषधि केंद्रों की संख्या भी मौजूदा 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने का सुझाव दिया गया है. 

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.