डीएनए हिंदी: बागेश्वर धाम के मुखिया और मशहूर कथावाचक आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna shastri) ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों पर सफाई दी है. शास्त्री ने नागपुर विवाद को जादू-टोना को बढ़ाने के आरोप पर जी मीडिया से एक्सक्लुसिव बातचीत में कहा कि हम अंधविश्वास नहीं फैला रहे हैं. हम सालों से बोल रहे हैं कि हम कोई चमत्कारी नहीं हैं, न हम कोई गुरु हैं. मैंने कभी नहीं कहा कि मैं भगवान हूं और न ही कोई अंधविश्वास फैला रहा हूं. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो सब गलत हैं.
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि घर वापसी अभियान की वजह से मिशनरी उनके पीछे पड़ी है. जिसको सच जानना है वो बालेश्वर धाम के दरबार में आकर देख ले. शास्त्री ने कहा, 'यह बागेश्वर बालेश्वर धाम की महिमा है, यहां लोग खुद अपनी मर्जी से आते हैं. हम सिर्फ हनुमान चालीसा पढ़ते हैं. इससे पीड़ित व्यक्ति पर नकारात्मक प्रभाव की छवि कम हो जाती है और सकारात्मक बढ़ जाती है.'
धीरेंद्र शास्त्री से जब पूछा गया कि क्या भूत प्रेत होते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि यह नकारात्मक ऊर्जा होती है. इसे कोई भूत प्रेत कहता है, कोई संकट या बाधा. इसके लिए हम कोई पैसा नहीं लेते. जिसे कुछ लोग अंधविश्वास बता रहे हैं.
यहां देखें धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का पूरा इंटरव्यू
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शास्त्री ने कहा कि मैं नागपुर से नहीं भागा. यह सरासर झूठी अफवाह है. हमने पहले ही बता दिया था कि 7 दिन का ही कार्यक्रम होगा. उन्होंने कहा कि जब मैंने दिव्य दरबार लगाया था तब शिकायत लेकर क्यों नहीं आए? अब हमें बदनाम करने की कोशिश हो रही है. ये छोटी मानसिकता के लोग हैं और हिंदू सनातन के विरोधी हैं. सनातन धर्म को अपनी रक्षा करनी होगी. मैं भी हिंदू शेर का बच्चा हूं.
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