डीएनए हिंदी: पंजाब में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता भगवंत मान (Bhagwant Mann) एक्शन में आ गए हैं. भगवंत मान ने वीवीआईपी की सुरक्षा पर कैंची चला दी है. पंजाब पुलिस ने प्रदेश के 122 पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों की सुरक्षा वापस लेने का फैसला लिया है. इसमें कुछ नवनिर्वाचित विधायक भी शामिल हैं.
शनिवार को पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों और कई VVIP से सिक्योरिटी वापस लेने के ऑर्डर जारी किए गए. एडीजीपी सिक्योरिटी की तरफ से यह आदेश जारी कर सुरक्षा वापस लेने के बारे में जानकारी दी गई.
थाने खाली पड़े हैं
पूर्व मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा हटाने को लेकर भगवंत मान का कहना है कि आमजन की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है. भगवंत मान ने मीडिया से बातचीत में कहा, थाने खाली पड़े हैं. हम पुलिस बल से पुलिस का ही काम लेंगे. मुझे लगता है कि पंजाब के लोगों की सुरक्षा कुछ लोगों की सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण है. कैप्टन अमरिंदर सिंह और चरणजीत सिंह चन्नी जैसे पूर्व मुख्यमंत्रियों को छोड़कर कांग्रेस और अकाली दल के बड़े नेताओं की सुरक्षा में कटौती की गई है.
पंजाब पुलिस की ओर से दिए गए आदेश में कहा गया है कि जिन्हें अदालत के आदेश पर सुरक्षा मिली है, उन्हें वैसा ही रखा जाए. सुरक्षा वापस लेने के तुरंत बाद संबंधित यूनिट को सूचना दी जाए. इसके अलावा यदि किसी पूर्व मंत्री या विधायक को खतरे की जानकारी है तो उनकी सुरक्षा वापस लेने से पहले एडीजीपी (सिक्योरिटी) से बात की जाए.
प्रमुख सचिव बनाए वेणु प्रसाद
भगवंत मान 16 मार्च को पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उन्होंने एक दिन पहले ही वेणु प्रसाद को प्रमुख सचिव नियुक्त किया है. वेणु प्रसाद 1991 बैच के आईएएस हैं. शपथ ग्रहण समारोह नवांशहर जिले के खटकरकलां में आयोजित किया जाएगा.
पूर्व मंत्रियों में रजिया सुल्ताना, ब्रह्म मोहिंदरा, मनप्रीत बादल, राजकुमार वेरका, रणदीप सिंह नाभा, पूर्व विधानसभा स्पीकर राणा केपी सिंह, भारत भूषण आशु, संगत सिंह गिलजियां, गुरप्रीत सिंह कांगड़, पूर्व विधानसभा डिप्टी स्पीकर अजैब सिंह भट्टी के नाम शामिल हैं.
नवनिर्वाचित विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, राणा केपी सिंह, अरुणा चौधरी, परगट सिंह, बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया की सुरक्षा पर कैंची चलाई गई है. पूर्व विधायकों में नवजोत कौर सिद्धू, अरुण नारंग, रुपिंदर कौर रुबी, सिमरजीत सिंह बैंस, बलविंदर सिंह बैंस और अनिल जोशी के नाम शामिल हैं.