डीएनए हिंदी: Congress Bharat Jodo Yatra- मध्य प्रदेश के एक युवा नेता को सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन करना भारी पड़ गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस युवा नेता को मक्का की हरम मस्जिद में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के साथ फोटो क्लिक कर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद उसे 8 महीने तक जेल में बंद रहना पड़ा. खाने में 8 महीने तक सुबह-शाम महज दो-दो ब्रेड स्लाइस ही मिलती थीं. युवा नेता के परिवार की लगातार कोशिशों के बाद 4 अक्टूबर को वह जेल से छूटकर भारत लौट पाया है. परिवार का आरोप है कि सऊदी अरब में भारतीय दूतावास ने भी उनकी कोई मदद नहीं की. उल्टा युवा नेता के जेल से छूटने के बाद उसका पासपोर्ट गुम होने पर दूतावास कर्मचारी को 26 हजार रुपये की रिश्वत देने पर ही प्रोविजनल पासपोर्ट मिल सका.
भाजपा का नाम लिए बिना लगाए आरोप
निवाड़ी जिले के युवा कांग्रेस अध्यक्ष रजा कादरी (27) पिछले साल 21 जनवरी को अपनी दादी शहीदा बेगम के साथ हज पर गए थे. उस समय पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे थे. इस यात्रा के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए हज के दौरान रजा ने मक्का की हरम मस्जिद में एक पोस्टर के साथ तस्वीर क्लिक कराई थी. इसी पोस्टर के लिए सऊदी अरब की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाला था. दैनिक भास्कर वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कादरी ने भाजपा का नाम लिए बिना अपनी गिरफ्तारी का आरोप उस पर लगाया है. कादरी का आरोप है कि एक भारतीय राजनीतिक दल के IT सेल ने उनके खिलाफ सऊदी की इंटेलिजेंस को झूठे ईमेल किए थे. इसके बाद ही इंटरव्यू लेने के नाम पर होटल में आए पुलिसकर्मियों ने उन्हें गिरफ्तार किया था. उन पर पॉलीटिकल एजेंट होने के आरोप लगाए गए थे.
26 जनवरी को पोस्ट की फोटो, उसी रात पहुंच गई पुलिस
रजा कादरी ने बताया कि मैंने और मेरे ग्रुप के सभी लोगों ने 25 जनवरी को हरम मस्जिद के अंदर फोटो क्लिक कराए थे. मैंने एक फोटो तिरंगे के साथ और दूसरी भारत जोड़ो यात्रा पोस्टर के साथ क्लिक की थी. ये फोटो मैंने 26 जनवरी को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए. इसी दिन रात में 2 बजे वीजा कंपनी की तरफ से इंटरव्यू लेने के बहाने सऊदी पुलिस की टीम होटल में मेरे कमरे में घुस गई और मुझे गिरफ्तार कर लिया. मेरे ऊपर सऊदी अरब के नियम तोड़ने के आरोप लगाए गए.
ट्रैवलिंग एजेंट भी हो गया गायब
रजा ने कहा कि मैंने अपनी गलती मानते हुए सोशल मीडिया से फोटो हटाने की बात कही. इस पर पुलिस ने वीजा कंपनी के साथ वेरीफिकेशन कर छोड़ने की बात कही, लेकिन मेरा ट्रैवलिंग एजेंट ही गायब हो गया. उसी ने सऊदी पुलिस को मेरे बारे में पूरी जानकारी दी थी. भारत के राजनीतिक दल के IT सेल ने मेरे कुछ वीडियो सऊदी इंटेलिजेंस को भेजे, जिसके बाद वहां की पुलिस का रुख बदल गया. मुझे ढाहबान की सेंट्रल जेल भेज दिया गया. इसके बाद दो महीने तक अंधेरे कमरे में रखकर रोजाना टार्चर किया जाता था. दो महीने बाद जेल अधिकारियों का रुख थोड़ा बदला. इसके बाद किसी तरह से 3 अक्टूबर को उसकी रिहाई हुई और वह भारत लौट सका है.
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