Bhilwara Minor Girl Rape Case: पहले किया नाबालिग से रेप, फिर भट्टी में जिंदा झोंका; कोर्ट ने सुनाई दो भाइयों को मौत की सजा

Written By कुलदीप पंवार | Updated: May 20, 2024, 09:37 PM IST

सांकेतिक चित्र

Bhilwara Minor Girl Rape Case: राजस्थान के भीलवाड़ा में अगस्त, 2023 में हुई इस घटना के बाद हिंसा भड़क गई थी. इस मामले की सुनवाई पॉक्सो कोर्ट में चल रही थी.

Bhilwara Minor Girl Rape Case: राजस्थान के भीलवाड़ा की पॉक्सो कोर्ट ने सोमवार को दो भाइयों को मौत की सजा सुनाई है. दोनों भाइयों पर पिछले साल एक नाबालिग लड़की से रेप करने के बाद उसे कोयला भट्टी में जिंदा झोंककर हत्या करने का आरोप लगा था. इस घटना के बाद भीलवाड़ा में हिंसा फैल गई थी. कोर्ट ने शनिवार को दोनों आरोपी भाइयों को इस मामले में दोषी मानते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया था. सोमवार को जज अनिल गुप्ता ने इसे 'रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस' बताते हुए अपना फैसला सुनाया है, जिसमें आरोपी कालू और कान्हा को मौत की सजा सुनाई गई है. दोनों आरोपी कालबेलिया आदिवासी समुदाय से हैं. उन्हें यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण करने संबंधी कानून (Protection of Children from Sexual Offences Act– POCSO) के तहत सजा सुनाई गई है. 


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दोनों की पत्नियों समेत 7 लोग किए बरी

पिछले साल 3 अगस्त को भीलवाड़ा में हुई इस घटना में राजस्थान पुलिस ने 7 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया था, जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल थीं. इन 3 में से दो महिलाएं कालू और कान्हा की पत्नियां हैं. इन सभी पर सबूतों को नष्ट करने का आरोप था. स्पेशल पब्लिक प्रॉसीक्यूटर महावीर सिंह किशनवात ने मीडिया से पुष्टि करते हुए कहा,'कालू और कान्हा को मौत की सजा सुनाई गई है.' 

पशु चराने गई थी बच्ची, तब किया था जघन्य काम

भीलवाड़ा जिले की कोटरी तहसील के शाहपुरा इलाके में यह जघन्य हादसा हुआ था. 14 साल की लड़की अपने परिवार के पशु चराने ले गई थी. इसी दौरान कोयला भट्टी चलाने वाले कालू और कान्हा ने उसे पकड़कर उसका रेप किया था. फिर पोल खुलने के डर से उन्होंने उसे जिंदा ही भट्टी में झोंक दिया था.


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बारिश में भट्टी जलती देखकर हुआ था शक

जानवर चराकर लड़की के घर नहीं लौटने पर परिवार ने उसकी तलाश शुरू की. उसके भाई के मुताबिक, 'हमने दोपहर बाद उसकी तलाश उस समय शुरू की, जब पशु अकेले ही घर लौट आए.' घंटों तक लड़की को तलाश करने के बाद रात में करीब 10 बजे लोगों ने कोयला भट्टी से धुआं निकलता देखा. उस समय तेज बारिश हो रही थी. तेज बारिश के बावजूद भट्टी जलाए जाने को लेकर उन्हें शक हुआ. भट्टी परिसर की तलाशी लेने पर लड़की के फटे हुए कपड़े और स्लीपर बरामद हुए, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.


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भट्टी में मिली थी अधजली लाश

पुलिस ने जलती हुई भट्टी की जांच कराई तो उसमें आधी जली हुई लाश के टुकड़े और हड्डियां बरामद हुईं. फोरेंसिक जांच में भट्टी से बरामद हुए टुकड़े लापती लड़की के ही पाए गए. फोरेंसिक जांच में यह भी पुष्टि हुई कि लड़की को जिंदा ही भट्टी में जला दिया गया था. इस केस की जांच से जुड़े एक सीनियर पुलिस अफसर के मुताबिक, फोरेंसिक जांच में पाया गया कि लड़की को जब भट्टी में झोंका गया तो वह बेहोशी की हालत में जिंदा थी. बाद में पूछताछ में कालू और कान्हा ने भी स्वीकार किया था कि लड़की के साथ रेप करने के बाद उन्होंने उसके सिर में डंडा मारकर उसे बेहोश कर दिया था और इसी हालत में भट्टी में झोंक दिया था.


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पुलिस ने 30 दिन में ही दाखिल कर दी थी चार्जशीट

विधानसभा चुनाव से ठीक पहले होने के कारण इस मामले के चलते राजनीतिक घमासान भी छिड़ गया था. विपक्षी दल भाजपा ने सत्ताधारी कांग्रेस पर महिलाओं की सुरक्षा नहीं करने का आरोप लगाते हुए उसका घेराव किया था. इसके बाद पुलिस जांच में तेजी लाई गई और 30 दिन के अंदर ही 400 से ज्यादा पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई थी. इसके बाद लगातार सुनवाई हुई, जिससे एक साल से पहले ही इस केस में फैसला आ गया है.

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