Shocking News: हरियाणा के भिवानी (Bhiwani) जिले के सरकारी स्कूल में कक्षा-12 के स्टूडेंट्स ने साइंस के पीरियड में ऐसा दिमाग लगाया है, जिसे जानकर आप एक बार तो कहेंगे कि जोरदार वैज्ञानिक मिल गए, लेकिन दूसरे ही पल खौफ से भर जाएंगे. इन स्टूडेंट्स ने महिला साइंस टीचर से डांट-फटकार का बदला लेने के लिए उनकी कुर्सी के नीचे बम लगा दिया. इस बम को स्टूडेंट्स ने रिमोट से ब्लास्ट कर दिया, जिससे महिला टीचर घायर होने से बाल-बाल बच गई. धमाका इतना जबरदस्त था कि कुर्सी के बैठने वाले हिस्से में छेद हो गया. पांच दिन पहले हुई इस घटना में बुधवार को शिक्षा विभाग ने 13 स्टूडेंट्स को रेस्टीकेट कर दिया है.
क्या है पूरा मामला
भिवानी के बोपाड़ा गांव के सरकारी स्कूल में बीते शनिवार को कक्षा-12 में साइंस पीरियड के दौरान अचानक धमाका हो गया था. न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, इस धमाके से महिला टीचर की कुर्सी उड़ गई थी. धमाका इतना जबरदस्त था कि कुर्सी के तले में छेट हो गया था और महिला टीचर घायल होने से बाल-बाल बच गई थीं. इस घटना के बाद हंगामा मच गया था. जांच में सामने आया था कि क्लास के ही बच्चों ने साइंस टीचर की डांट-फटकार से गुस्सा होकर यह कारनामा अंजाम दिया है. इस घटना की सूचना शिक्षा विभाग को भी दी गई थी. इसके बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे थे. जिला शिक्षा अधिकारी ने भी प्रिंसिपल से घटना की जानकारी ली थी.
बुधवार को शिक्षा विभाग की टीम ने की जांच
शिक्षा विभाग की एक जांच टीम जिला शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता के नेतृत्व में बुधवार को स्कूल में पहुंची. इस घटना में शामिल कक्षा-12 के सभी 15 बच्चे और ग्राम पंचायत सदस्यों को भी स्कूल बुलाया गया था. बच्चे के माता-पिता भी मौके पर तलब किए गए थे. जांच में सामने आया कि 15 में से 13 बच्चे इस घटना में इन्वॉल्व थे, जो उस दिन कक्षा में आए थे.
यूट्यूब से सीखकर बनाया था रिमोट बम
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने के लिए स्टूडेंट्स ने यूट्यूब पर रिमोट बम बनाने की तरकीब देखकर सीखी थी. इसके बाद पटाखा बम लेकर उसे रिमोट बम में बदला गया था. एक बच्चे ने बम बनाया था, जबकि दूसरे ने कुर्सी के नीचे फिट किया था. तीसरे बच्चे ने रिमोट से बटन दबाकर बम में धमाका किया था.
'बम बनाने का मॉडल बनाकर पेश करते तो हम सम्मानित करते'
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि यदि इन बच्चों ने अपने शैतानी दिमाग से रिमोट बम बनाने का मॉडल तैयार करके दिखाया होता तो हम उन्हें सम्मानित करते, लेकिन ऐसी हरकत के लिए उन्हें माफी नहीं दी जा सकती है. बच्चों को रेस्टीकेट करने पर चर्चा हुई है. हालांकि उनके परिजनों ने लिखित में माफी मांगी है. साइंस टीचर ने भी बच्चों को माफ करने का आग्रह किया है.
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