Maharashtra की राजनीति में आया बड़ा भूचाल, कांग्रेस बोली- कुछ भी हो सकता है

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 17, 2022, 03:39 PM IST

Maharashtra की महाविकास अघाड़ी सरकार को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के एक बयान ने हलचल मचा दी है.

डीएनए हिंदी: तीन राजनीतिक दलों के गठबंधन से चल रही महाराष्ट्र (Maharashtra) की महाविकास अघाड़ी सरकार को लेकर घटक दल के एक नेता के बयान ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है. महाराष्ट्र में हलचल मचाने वाला यह बयान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोल ने राज्य की सरकार औऱ राजनीति को लेकर दिया है. उन्होंने यह तक कह दिया है कि 'महाराष्ट्र में कुछ भी सही नहीं चल रहा है'. उनके इस बयान के सवाल उठता है कि क्या अब यह गठबंधन फिर मुश्किल में पड़ सकता है.

एनसीपी की हाईकमान से होगी शिकायत

दरअसल, (Maharashtra) महाविकास अघाड़ी सरकार में सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि कांग्रेस को विरोधी विचारधारा वाली शिवसेना से नहीं बल्कि असल परेशानी एनसीपी से है. इसके चलते कांग्रेस के नेता लगातार एनसीपी पर हमला बोल रही है. इस मुद्दे पर अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने एक बार फिर एनसीपी को लेकर  कहा है कि राज्य की  वर्तमान राजनीति से वो पार्टी हाईकमान को अवगत करवाएंगे. 

हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार पटोले ने कहा है कि उन्होंने उदयपुर में हुए चिंतन शिविर के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को 'NCP की कांग्रेस को कमजोर करने की गतिविधियों' की जानकारी दी थी. पिछले सप्ताह ही उन्होंने कहा था कि एनसीपी ने गोंदिया और भंडारा जिला परिषद चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ जाकर उनकी पार्टी को धोखा दिया था. 

कांग्रेस का सफाया कर रही है NCP

महाविकास विकास अघाड़ी सरकार के बने रहने को लेकर जब सवाल किया गया तो पटोले ने कहा कि कुछ भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि पिछले ढाई सालों में राकंपा ने प्रदेश से कांग्रेस का सफाया करने में हर संभव कदम उठाए हैं." उन्होंने कहा, "कुछ भी हो सकता है. कांग्रेस हाईकमान को फैसला लेना है."

एनसीपी के भाजपा के साथ गठबंधन करने के मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस काफी खफा है. वहीं कांग्रेस नेता ने इस मुद्दे पर कहा, "आलाकमान सरकार बनाने के लिए राजी हो गई क्योंकि उनका सबसे बड़ा मकसद भाजपा को सत्ता से बाहर रखना था. सरकार बनने से पहले एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार किया गया. अब हमें पता चला कि प्रोग्राम चला गया है और एनसीपी ने अपना खुद का फॉर्मूला लागू कर दिया है. यह अस्वीकार्य स्थिति है. हम कार्यक्रम को लागू करने की मांग करते हैं."

Places of worship act का क्या है सेक्शन-4 जिससे ज्ञानवापी और मथुरा को मिल सकती है राहत? 

नाना पटोले ने कहा है कि बीते दो सालों में एनसीपी ने कांग्रेस के कई बड़े कार्यकर्ताओं को अपने हिस्से में ले लिया है. ऐसे में उनका सीधा आरोप यह भी है कि एनसीपी कांग्रेस को जमीनी स्तर पर कमजोर करने की कोशिश कर रही है. वहीं पार्टी एनसीपी पर भाजपा के सात पर्दे के पीछे से साथ होने का आरोप भी लगा रही है. 

Gyanvapi Case: हिंदू पक्ष की मांग - शिवलिंग तक पहुंचने के लिए खुले दरवाजा, कोर्ट 4 बजे सुनाएगा फैसला

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रियाफ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.