Bihar Bridge Collapse Updates: बिहार में एक के बाद एक पुलों के गिरने से विपक्ष के निशाने पर आई राज्य सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एकसाथ 17 इंजीनियर सस्पेंड कर दिए हैं, जिनमें से दो पहले ही निलंबित चल रहे हैं. इनमें 11 इंजीनियर जल संसाधन विभाग के हैं, जबकि 6 इंजीनियर ग्रामीण कार्य विभाग के हैं. इन सभी पर लापरवाही बरतने और समय पर निरीक्षण कर पुलों का उचित संरक्षण नहीं कराने का आरोप है. राज्य सरकार के सूत्रों का कहना है कि अभी इस मामले में कई और अफसरों पर गाज गिर सकती है.
एकतरफ, मुख्यमंत्री के आदेश पर इंजीनियर सस्पेंड किए जा रहे थे, दूसरी तरफ राज्य में एक और पुल धंस गया है. पटना जिले के मसौढ़ी ब्लॉक की शाहबाद पंचायत में एक 20 साल पुरानी पुलिया शुक्रवार को अचानक धंसने से आवागमन बंद हो गया है. पुलिया धंसने का कारण भारी मानसूनी बारिश को माना जा रहा है. यह पुलिस डोरीपर और गोविंदचक गांव के बीच मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के तहत करीब डेढ़ महीने पहले ही बनी डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क को जोड़ती है.
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छह जिलों में गिरे हैं सारे पुल
बिहार में पुल गिरने की सभी घटनाएं छह जिलों सिवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में हुई है. इनमें भी जल संसाधन विभाग के सभी पुल छाडी गंडकी नदी पर सिवान व सारण जिलों में गिरे हैं. विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने बताया कि पुलों के संरक्षण की एहतियात नहीं बरतने के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर 11 इंजीनियर संस्पेंड कर दिए गए हैं. उधर, ग्रामीण कार्य विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे अपर मुख्य सचिव दीपक सिंह ने बताया कि विभाग के 2 पहले से सस्पेंड चल रहे इंजीनियरों समेत कुल 6 इंजीनियर निलंबित किए गए हैं. ग्रामीण कार्य विभाग के तीन पुल अररिया, मोतिहारी के घोड़ासहन और मधुबनी में गिरे हैं. अररिया केस में विभाग ने चार सदस्यीय जांच कमेटी बनाई हुई है और अन्य दो पुलों के गिरने की भी जांच की जा रही है.
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम बनाएगा दोबारा सभी पुल
अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद के मुताबिक, ध्वस्त हुए सभी पुलों के दोबारा जल्द से जल्द निर्माण की कवायद शुरू कर दी गई है. इसके लिए बिहार राज्य पुल निर्माण निगम, पटना को तत्काल एस्टीमेट देने का निर्देश दिया गया है. इसके मिलते ही मंजूरी देकर निर्माण शुरू कराया जाएगा. नए पुलों का निर्माण कार्यदायी एजेंसी के रिस्क और कॉस्ट पर कराया जाएगा यानी पुलों के ध्वस्त होने पर इसकी जिम्मेदारी एजेंसी की होगी.
बिहार की नदियों में जबरदस्त उफान से कई और पुल खतरे में
बिहार में इस बार नदियां जबरदस्त उफान पर चल रही हैं. नेपाल में जमकर मानसूनी बारिश का असर बिहार की नदियों में दिख रहा है. नदियों में उफान आने के चलते लगातार तटबंध कट रहे हैं. इससे कई और जगह पुल गिरने का खतरा पैदा हो गया है. हालांकि राज्य सरकार के सख्त रुख के बाद अब सभी विभागों में हड़कंप मचा हुआ है और कटाव की जद में आ रहे पुलों को बचाने के लिए अधिकारी जुट गए हैं.
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