Bihar Cabinet Expansion: बिहार में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से पहले राज्य सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार के इस पहले कैबिनेट विस्तार में शुक्रवार को भाजपा का पलड़ा भारी दिखाई दिया है, जिसके 12 विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है. नीतीश की पार्टी JDU के कोटे से 9 विधायक मंत्री बनाए गए हैं. मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे खास चेहरा राज्य में भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु देवी और बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मंगल पांडेय रहे हैं. कैबिनेट विस्तार के दौरान नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश के साथ दोनों उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी दिखाई दिए हैं.
खुद नीतीश ने किया मंत्री बनने वालों को फोन
राज्य सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार में मंत्री पद पाने वालों की लिस्ट भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बैठकर फाइनल की है. सूत्रों का कहना है कि भाजपा कोटे से मंत्री बनने वाले विधायकों को खुद मुख्यमंत्री नीतीश ने ही फोन करके इस बात की जानकारी दी है. मंत्री बनाए जा रहे विधायकों की लिस्ट में कई ऐसे चेहरे भी हैं, जो पहले भी मंत्री रह चुके हैं. नए मंत्रियों को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बिहार राजभवन के राजेंद्र मंडप में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई है.
भाजपा ने इन्हें दिया है मंत्री पद
भाजपा की लिस्ट में रेणु देवी, मंगल पांडे, नीतीश मिश्रा, नीरज बबलू, नितिन नवीन, दिलीप जायसवाल, संतोष सिंह, जनक राम, केदार प्रसाद गुप्ता, हरी सहनी, कृष्णनंदन पासवान और सुरेन्द्र मेहता का नाम शामिल है. मंगल पांडे बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रहने के साथ ही पहले भी मंत्री रह चुके हैं, जबकि बेतिया से 4 बार विधायक बन चुकीं रेणु देवी भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. दिलीप जायसवाल MGM मेडिकल कॉलेज के निदेशक हैं.
JDU कोटे से बने हैं ये मंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने JDU नेता लेसी सिंह को मंत्री बनाया है, जो समता पार्टी के दिनों से उनकी साथी हैं. लेसी सिंह ने साल 2000 में अपने पति की हत्या के बाद पहली बार चुनाव लड़ा था और विधायक बनी थीं. उनके अलावा अशोक चौधरी, महेश्वर हजारी, जयंत राज, सुनील कुमार, जमा खान, शीला मंडल, रत्नेश सदा और मदन सहनी को मंत्री पद दिया गया है.
भाजपा ने की है हर जाति को जगह देने की कोशिश
भाजपा ने अपने कोटे से मंत्री बनाए गए विधायकों में जातीय समीकरण को भी संतुलित करने की कोशिश की है. भाजपा के 12 मंत्रियों में दो ब्राह्मण, दो राजपूत, दो दलित, दो वैश्य, एक भूमिहार, एक कायस्थ, एक कुशवाहा समाज और एक अति पिछड़ा विधायक हैं. इसे आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.
मुख्यमंत्री के साथ ली थी 7 मंत्रियों ने शपथ
नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को राजद के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद भाजपा के साथ मिलकर दोबारा सरकार बनाई थी. नीतीश कुमार तब 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, जबकि उनके साथ 8 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की थी. उस समय शपथ ग्रहण करने वालों में बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी शामिल थे. सम्राट और सिन्हा को डिप्टी सीएम बनाया गया था. अब दो महीने बाद शुक्रवार को हुए कैबिनेट विस्तार से सरकार में मंत्रियों की कुल संख्या बढ़कर 28 हो गई है.
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