डीएनए हिंदी: Biporjoy Latest News- बिपरजॉय चक्रवात ने गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने के बाद भयानक तबाही मचाई है. तमाम बचाव उपायों के बावजूद कई लोग मारे गए हैं, जबकि बहुत सारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. राहत की बात यह है कि तटीय इलाकों से टकराने के बाद राजस्थान तक पहुंच चुके तूफान की गति धीमी हो गई है. तूफान के असर के चलते गुजरात और राजस्थान के कई इलाकों में शुक्रवार सुबह भी भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है. आइए 10 पॉइंट्स में बताते हैं गुजरात में चक्रवात (Gujarata Cyclone) के कारण कितनी तबाही मची है और उसके बाद अब ताजा हालात क्या हैं.
1. चक्रवात का दिखा 940 गांवों में प्रभाव
पाकिस्तान और गुजरात के तटीय इलाकों के बीच कच्छ के पास गुरुवार शाम 6.30 बजे के करीब बिपरजॉय चक्रवात की एंट्री हुई. इसके बाद आधी रात तक इसके लैंडफॉल की प्रक्रिया चली. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, लैंडफॉल के दौरान चक्रवात की गति 125 किलोमीटर से 140 किलोमीटर के बीच रही. इसके बाद धीरे-धीरे इसकी रफ्तार घटकर 108 किलोमीटर प्रति घंटा तक रह गई. इस दौरान चक्रवात का प्रभाव 940 गांव में दिखाई दिया. चक्रवात के दौरान कई इलाकों में भारी बारिश हुई. भुज जिले में करीब 5 इंच बारिश की सूचना है, जिसके चलते कई जगह बाढ़ आ गई है. इस दौरान एहतियाततन द्वारका और भुज जिलों में बिजली सप्लाई बंद कर दी गई.
2. 2 लोगों की मौत, करीब 22 घायल
NDRF ने बताया है कि चक्रवात की चपेट में आकर किसी की जान नहीं गई है, लेकिन चक्रवात से पहले हुई बारिश में दो लोगों की मौत हुई है. गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडेय ने भी अलग-अलग जगह करीब 22 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है. हालांकि कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में गुजरात के मेहसाणा, दाहोद, भावनगर और खंभात में 5 लोगों की मौत का दावा किया गया है.
मृतकों में भावनगर के एक पिता-पुत्र रामजी परमार (55) और राकेश परमार (22) भी शामिल हैं, जो भंडार गांव के पास पानी की खंती में फंसे बकरियों के झुंड को बचाने की कोशिश कर रहे थे. दोनों की पानी के तेज बहाव की चपेट में आकर डूबने से मौत हो गई है. इस हादसे में 22 बकरियों और एक भेड़ की भी मौत हो गई है. चक्रवात के बाद चल रहे राहत कार्यों के कारण गुजरात के नवसारी जिले में शुक्रवार को सभी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है.
3. जगह-जगह गिरे पेड़, खंभे और मोबाइल टावर, बिजली-कम्युनिकेशन प्रभावित
चक्रवात के कारण गुजरात में जगह-जगह बड़े पैमाने पर पेड़ उखड़ गए हैं. गुजरात आपदा राहत विभाग ने 543 पेड़ उखड़ने की पुष्टि की है. इसके अलावा जगह-जगह मोबाइल सेवाओं और बिजली सप्लाई के खंभे भी उखड़ गए हैं. इससे बिजली सप्लाई और मोबाइल कम्युनिकेशन कई जगह ठप हो गया है. गुजरात के मोरबी जिले की मलिया तहसील में 45 गांवों में बिजली के खंभे उखड़ने से सप्लाई ठप हो गई है. हालांकि देर रात ही 9 गांवों में सप्लाई बहाल करने का काम शुरू हो गया था.
4. पीएम मोदी ने ली है सीएम गुजरात से ताजा जानकारी
गुजरात में चक्रवात की एंट्री के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की. उन्होंने चक्रवात के बाद बने हालातों की ताजा जानकारी ली और राहत-बचाव कार्यों की भी जानकारी ली.
5. गुजरात से होकर राजस्थान पहुंच गया है चक्रवात
गुजरात से होकर गुजरने के बाद बिपरजॉय चक्रवात अब लगातार धीमा होता जा रहा है. चक्रवात शुक्रवार सुबह राजस्थान के बाड़मेर तक पहुंच चुका था और लगातार आगे की तरफ बढ़ रहा है. हालांकि गति धीमी होने के कारण अब नुकसान के उतने आसार नहीं रह गए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात के सेंटर पॉइंट का आकार अंग्रेजी के आई अक्षर की शेप में करीब 50 किलोमीटर का है. चक्रवात जमीन पर अब पूर्व और उत्तरपूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है.
6. बाड़मेर जिले में भी गिरे पेड़ और खंभे
चक्रवात के असर के चलते राजस्थान के बाड़मेर जिले में भी बहुत सारे पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की सूचना है. इससे भारत-पाकिस्तान सीमा पर बहुत सारे गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. बाड़मेर में चक्रवात के कारण गुरुवार को दोपहर बाद पाकिस्तान की तरफ से 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रेतीली आंधी चली थी. इसके बाद देर रात तक बारिश होती रही है.
7. मौसम विभाग ने घटाया चक्रवात की चेतावनी का स्तर
बिपरजॉय चक्रवात की गति धीमी होने के बाद मौसम विभाग ने उस लेकर चेतावनी का स्तर घटा दिया है. मौसम विभाग ने चक्रवात का स्तर 'अति गंभीर' से घटाकर 'गंभीर' कर दिया है. IMD के मुताबिक, बिपरजॉय चक्रवात गुरुवार रात 2:30 बजे नलिया से 30 किमी उत्तर में सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर केंद्रित था. इसके उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 16 जून की शाम तक दक्षिण राजस्थान में पूरी तरह खत्म हो जाने की संभावना है.
8. गुजरात से राजस्थान तक शुक्रवार-शनिवार को होगी बारिश
मौसम विभाग ने चक्रवात के राजस्थान में डिप्रेशन वाले सिस्टम में प्रवेश करने का अनुमान जताया है. इसके प्रभाव से उत्तरी गुजरात के पाटन और बनासकांठा जिलों में शुक्रवार को भारी बारिश का अनुमान है. इसके अलावा भी गुजरात के अन्य जिलों के साथ ही पश्चिमी राजस्थान के जिलों में भी 10 से 20 सेंटीमीटर तक तेज बारिश होने के आसार हैं. चक्रवात का असर शनिवार को भी जारी रहेगा. हालांकि शनिवार को केवल राजस्थान में ही बारिश होगी.
9. मॉनसून को प्रभावित कर दिया है चक्रवात ने
बिपरजॉय चक्रवात ने मॉनसूनी बारिश की राह रोक दी है. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात के कारण बने दबाव के चलते मॉनसूनी हवाएं वहीं ठहरी हुई हैं, जहां 11-12 जून को थीं. इससे उत्तरी भारत में मॉनसून के पहुंचने में देरी हो सकती है और इस बार कमजोर मॉनसून देखने को मिल सकता है.
10. रविवार को चक्रवात के कारण दिल्ली, हरियाणा और यूपी में बारिश
मौसम विभाग का अनुमान है कि चक्रवात के बेहद कमजोर पड़ने के बावजूद इसका हल्का असर रविवार को दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में दिख सकता है. इसके चलते इन इलाकों में रविवार को तेज हवाओं के साथ ही बारिश हो सकती है.
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