डीएनए हिंदी: सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) आज हेलिकॉप्टर क्रैश का शिकार हुए हैं. उनकी हालत गंभीर है. उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बिपिन रावत इससे पहले भी एकबार साल 2015 में हेलिकॉप्टर क्रैश का सामना कर चुके हैं. उस समय बिपिन रावत चीता हेलिकॉप्टर में सवार थे. दरअसल बात फरवरी 2015 की है, तब बिपिन रावत दीमापुर स्थित 3 कोर के हेडक्वार्टर की कमान संभाल रहे थे.
हादसे वाले दिन बिपिन रावत जैसे ही चीता हेलिकॉप्टर में सवार होकर निकले, मामूली ऊंचाई पर पहुंचते ही पायलट ने हेलिकॉप्टर से नियंत्रण खो दिया और क्रैश हो गया. इस क्रैश के वक्त बताया गया था कि इंजन फेल होने की वजह से हादसा हुआ था. उस हादसे में जनरल बिपिन रावत के मामूली चोटें आईं थीं. बाद में भारतीय सेना ने जानकारी दी थी कि जिस चीता हेलिकॉप्टर में बिपिन रावत सवार थे, वह महज 20 मीटर की ऊंचाई पर ही पहुंच पाया था. इंजन में गड़बड़ी होने की वजह से पायलट ने हेलिकॉप्टर से नियंत्रण खोया और हादसा हो गया.
आज तमिलनाडु के कुन्नूर में हुआ हादसा
आपको बता दें कि आज भारतीय वायुसेना Mi-17V5 हेलिकॉप्टर कुन्नूर के नीलगिरी में क्रैश हुआ है. इस हेलीकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत सहित 14 लोग सवार थे. हादसे में अबतक 13 लोगों की मौत की खबर है. आशंका जताई जा रही है कि हादसा कोहरे और कम दृश्यता की वजह से हुआ. फिलहाल वायुसेना हादसे के कारणों की जांच कर रही है.
भारतीय वायुसेना ने बताया कि Mi-17V5 हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी थी. हेलिकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत के साथ उनकी पत्नी, भारतीय सेना के तीन-चार वरिष्ठ अधिकारियों सहित कुल 14 लोग सवार थे. बताया जा रहा है कि वेलिंगटन में जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एम एम नरवणे के साथ एक कार्यक्रम में शिरकत करने वाले थे. टीवी फुटेज में दुर्घटना के बाद हेलिकॉप्टर में आग की लपटें उठती दिखीं। बचावकर्मी, सेना के जवानों को दुर्घटनास्थल से मलबा हटाते देखा गया है.