BJP किसान विरोधी, उसका नारा है 'पिटे किसान, जय धनवान' हरियाणा में सरकार पर भड़की क्यों है कांग्रेस?

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 07, 2023, 04:03 PM IST

हरियाणा में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी किसान. 

किसान मांग कर रहे हैं कि सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज की खरीद करे. प्रदर्शनकारी किसानों पर हरियाणा पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है.

डीएनए हिंदी: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. पुलिस एक्शन से भड़की कांग्रेस (Congress) ने हरियाणा (Haryana) सरकार की इस कर्रवाई को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के किसान विरोधी चेहरे का प्रतीक बताया है. बीजेपी ने कहा है कि अब बीजेपी सरकार का नारा 'मरे किसान, पिटे किसान, जय धनवान' है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सरकार को किसानों की आवाज दबाने के बजाय सूरजमुखी के बीज की खरीद पर उनकी मांग पूरी करनी चाहिए. 

जयराम रमेश ने कहा, 'बीजेपी का किसान विरोधी रवैया बार-बार सामने आ रहा है. कभी भूमि अधिग्रहण अध्यादेश और काले कृषि कानून लाकर किसानों पर हमले किए जाते हैं तो कभी उनपर सीधा वार किया जाता है, जैसा कि कुरुक्षेत्र में हुआ. शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर हुए लाठीचार्ज की हम कड़ी भर्त्सना करते हैं. सरकार को एमएसपी से जुड़ी किसानों की मांग पूरी करनी चाहिए और उनकी आवाज को बेरहमी से दबाने का प्रयास नहीं करना चाहिए.'

'BJP का नारा- मरे किसान-पिटे किसान'

कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार से अपील की है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सूरजमुखी के बीज की खरीद सुनिश्चित की जाए और देश में एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए. उन्होंने कहा, ' यह साफ हो चुका है कि यह सरकार न किसान की है, न जवान की है, न पहलवान की है. यह सरकार सिर्फ धनवान की है. भाजपा सरकार का नारा है- मरे किसान, पिटे किसान, जय धनवान.'

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MSP पर बोलकर भी मुकरी सरकार

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा है, 'लगभग एक साल चले किसान आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री ने तीनों काले कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी. सरकार ने इन कानूनों को वापस लेने के साथ ही वादा किया था कि न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी गारंटी दी जाएगी. इसे लेकर सरकार ने एक समिति भी बनाई थी. लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ.'

कांग्रेस का आरोप- किसानों ने किया विश्वासघात

दीपेंद्र हुड्डा ने आरोप लगाया है कि हरियाणा में जो हुआ है, वह किसान आंदोलन के साथ सरकार के विश्वासघात का प्रतीक है. यह भाजपा के किसान विरोधी चेहरे का प्रतीक है. यह हरियाणा सरकार के लठतंत्र का प्रतीक है. हरियाणा की सत्ता पर ऐसे क्रूर लोग काबिज हैं, जिनके शासन में कोई ऐसा वर्ग नहीं है, जिस पर लाठीचार्ज न किया गया हो.

क्या है किसानों की सरकार से मांग?

दीपेंद्र हुड्डा ने सवाल किया, 'प्रधानमंत्री और BJP के नेता कई बार कह चुके हैं कि वे एमएसपी पर खरीद करेंगे. अगर यह सच है तो फिर हरियाणा में कल यह सब क्यों हुआ? हमारी मांग है कि हरियाणा और पूरे भारत में सूरजमुखी की फसल की खरीद एमएसपी पर की जाए. जिन किसानों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तत्काल रिहा किया जाए. जिन किसानों को चोट आई है, सरकार को उन्हें आर्थिक सहायता देनी चाहिए. यदि 2024 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो एमएसपी की कानूनी गारंटी सुनिश्चित की जाएगी तथा किसानों से जुड़े इस विषय को संसद में भी उठाया जाएगा.'

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क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं किसान?

बड़ी संख्या में किसानों ने मंगलवार दोपहर कुरुक्षेत्र के शाहबाद के पास राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था. किसान मांग कर रहे थे कि सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज की खरीद करे. पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया था और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था.

प्रदर्शनकारी किसानों ने दावा किया था कि सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज नहीं खरीद रही है, जिसके चलते उन्हें अपनी उपज निजी खरीदारों को 6,400 रुपये एमएसपी के मुकाबले लगभग 4,000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. (इनपुट: भाषा)

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