डीएनए हिंदी: दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (BJP) अध्यक्ष और पूर्व मेयर आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) पर अपनी पार्टी के विधायकों को पत्र लिखने पर हमला किया है.
उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी के गुंडे' पैसे देने के लिए मकान मालिकों और दुकानदारों को ब्लैकमेल कर रहे हैं. धमकी मिल रही है कि अगर पैसे नहीं दिए तो घरों और दुकानों पर बुलडोजर चला देंगे.'
आदेश गुप्ता ने कहा, 'मनीष सिसोदिया जी, कौन डरा हुआ है? जनता को निगम से कोई डर नहीं है, वह आपके जैसे गलत लोगों से डरती है. आपके विधायकों और पार्षदों के संरक्षण में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं ने अतिक्रमण किया है. आपको डर है कि कहीं उनके खिलाफ कार्रवाई करने से कहीं आपका वोट बैंक न छिन जाए और उनसे मिलने वाला हफ्ता न रुक जाए.'
Delhi के सरकारी स्कूल में मोंटेसरी लैब की शुरुआत, अब खेल-खेल में सीखेंगे बच्चे
क्या कहा था मनीष सिसोदिया ने?
आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों को लिखे पत्र में मनीष सिसोदिया ने लोगों को ब्लैकमेल करने वाले बीजेपी के गुंडों को पकड़ने और उन्हें पुलिस को सौंपने में मदद करने के लिए कहा था. सिसोदिया ने कहा कि एमसीडी से वसूली में बीजेपी को शामिल होना चाहिए. अब एक बार फिर दिल्ली में बुलडोजर पर सियासत तेज हो गई है.
क्या है AAP का पक्ष?
जहांगीरपुरी में अतिक्रमण रोधी अभियान को लेकर जारी राजनीतिक बवाल के बीच AAP ने शुक्रवार को बीजेपी पार्षदों पर दिल्ली के निवासियों से उगाही करने का आरोप लगाया. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस घटनाक्रम को बीजेपी की बुलडोजर राजनीति का सच बताया है. अपनी पार्टी के विधायकों से उन लोगों के साथ मजबूती से खड़े होने की अपील की है.
चुनाव से पहले AAP को याद आए गुजरात के स्कूल, बदहाली पर PM Modi से पूछे सवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, 'पूरी दिल्ली से इस तरह की कई शिकायतें आ रहीं हैं. दिल्ली के लोग खुलेआम इस किस्म की उगाही और गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे. क्या इसीलिए एमसीडी के चुनाव टाले गए हैं?'
उन्होंने कहा, 'मैं आप सभी विधायकों से भाजपा द्वारा चलाए जा रहे इस जबरन वसूली अभियान के खिलाफ खड़े होने की अपील करता हूं. अपने क्षेत्र में हर जगह लोगों को बताएं कि दिल्ली सरकार और AAP लोगों के साथ खड़ी है.' (PTI इनपुट के साथ)
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.