डीएनए हिंदी: कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने को लेकर जारी विवाद के बीच भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बुधवार को कहा कि यदि मदरसों के अलावा अन्य शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहना जाता है, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भोपाल से लोकसभा सांसद ठाकुर ने यह भी कहा कि हिंदू, महिलाओं की पूजा करते हैं और उन्हें बुरी नजर से नहीं देखते.
उन्होंने कहा, "आपके पास मदरसे हैं. यदि आप वहां (मदरसों में) हिजाब पहनते हैं या खिजाब (बालों का रंग) लगाते हैं तो हमें कोई लेना-देना नहीं है. आप वहां की आवश्यक पोशाक पहनते हैं और उनके अनुशासन का पालन करते हैं लेकिन अगर आप देश में स्कूलों और कॉलेज के अनुशासन को तोड़ते हैं और हिजाब पहनना और खिजाब लगाना शुरू करते हैं तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."
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उन्होंने कहा कि ‘गुरुकुल’ (पारंपरिक हिंदू शिक्षण संस्थान) के शिष्य भगवा पोशाक पहनते हैं लेकिन जब ऐसे छात्र दूसरे स्कूलों में जाते हैं तो वे स्कूल की वर्दी पहनते हैं और शिक्षण संस्थानों के अनुशासन का पालन करते हैं.
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प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि सफेद बालों को छिपाने के लिए खिजाब का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन हिजाब का इस्तेमाल चेहरे को ढकने के लिए किया जाता है. भाजपा सांसद ने कहा, "हिजाब पर्दा है. पर्दा उन लोगों के खिलाफ होना चाहिए, जो आपको बुरी नजर से देखते हैं लेकिन यह तय है कि हिंदू उन्हें बुरी नजर से नहीं देखते क्योंकि वे महिलाओं की पूजा करते हैं."
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