क्या आप जानते हैं '60 का विलोम शब्द'? UP Board के पेपर में पूछे गए ऐसे ही कुछ अजीब सवाल

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 30, 2022, 05:38 PM IST

प्रयागराज में कक्षा पांच के छात्रों को अंग्रेजी प्रश्न पत्र में आकृतियों के बीच चीजों की पहचान करने के लिए कहा गया.

डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में चल रही वार्षिक परीक्षाओं में छात्रों को अजीबोगरीब सवालों का सामना करना पड़ रहा है. प्रयागराज के एक स्कूल में कक्षा पांचवी के प्रश्न पत्र में 'पेड़' का तो वहीं भदोही जिले में कक्षा सात के छात्रों से '60' का विलोम शब्द लिखने के लिए कहा गया. 

इतना ही नहीं, प्रयागराज में कक्षा पांच के छात्रों को अंग्रेजी प्रश्न पत्र में आकृतियों के बीच चीजों की पहचान करने के लिए कहा गया. साथ ही यहां अंग्रेजी के पेपर में गणित के सवाल भी पूछे गए. हालांकि मामले के सामने आने के बाद इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं.

मामले को लेकर स्कूल शिक्षा महानिदेशक अनामिका सिंह ने कहा, कोविड (Covid-19) और चुनावों के बावजूद हम दो साल बाद वार्षिक परीक्षा आयोजित करने में कामयाब रहे. मैंने यूपीबीईसी सचिव को प्रश्नों से संबंधित मुद्दों की जांच करने और उस पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

बता दें कि परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी मूल शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को दी जाती है जो पेपर सेटिंग के लिए जिला शिक्षा और प्रौद्योगिकी संस्थान (डीआईईटी) में शिक्षकों की भर्ती करते हैं. 

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वहीं यूपीबीईसी द्वारा मान्यता प्राप्त 1.3 लाख स्कूलों में नामांकित 1.6 करोड़ से अधिक छात्र इन परीक्षाओं में शामिल हो रहे हैं. एक वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी ने कहा, भले ही कोई भी छात्र कक्षा आठ तक फेल नहीं हो सकता है फिर भी ये गलतियां शिक्षकों पर उंगली उठाने का काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रश्नों की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए प्रश्न पत्रों को मॉडरेट किया जाना चाहिए.

कई जिलों के स्कूलों ने प्रश्न पत्रों में गलती होने की सूचना दी है. गोरखपुर के एक शिक्षक ने कहा, हमें 50 छात्रों की एक कक्षा के लिए केवल तीन पेपर मिले. इसलिए हमें ब्लैक बोर्ड पर प्रश्न लिखने के लिए मजबूर होना पड़ा. शिक्षकों का सवाल है कि अब उन्हें गलत प्रश्न पर पूरे अंक देने चाहिए या इसे रद्द कर दिया जाना चाहिए. 

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