कई देशों में सामने आए कोविड के नए वेरिएंट Deltacron के मामले, जानें भारत में कितना है खतरा

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 18, 2022, 08:08 PM IST

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मानें तो डेल्टाक्रॉन का जेनेटिक बैकग्राउंड डेल्टा वेरिएंट के समान है, साथ ही इसमें ओमिक्रॉन जैसे कुछ म्यूटेशन भी हैं.

डीएनए हिंदी: कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट के बाद अब नया वेरिएंट डेल्टाक्रॉन (Deltacron) सामने आया है. यह डेल्टा और ओमिक्रॉन से मिलकर बना एक हाइब्रिड स्ट्रेन है. ब्रिटेन में इस नए वेरिएंट के कुछ मामले देखें गए हैं जिससे एक बार फिर से हेल्थ एक्सपर्ट्स और लोगों की चिंता बढ़ गई है. इसके अलावा कुछ यूरोपीय देशों फ्रांस, नीदरलैंड और डेनमार्क से भी डेल्टाक्रॉन वेरिएंट के मामले सामने आए हैं. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मानें तो डेल्टाक्रॉन का जेनेटिक बैकग्राउंड डेल्टा वेरिएंट के समान है, साथ ही इसमें ओमिक्रॉन जैसे कुछ म्यूटेशन भी हैं. यही वजह है कि इसे 'डेल्टाक्रॉन' नाम दिया गया है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह एक सुपर सुपर-म्यूटेंट वायरस है. इसका वैज्ञानिक नाम BA.1 + B.1.617.2 है. 

गौरतलब है कि ओमिक्रॉन को अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला कोरोना वेरिएंट बताया गया है जबकि डेल्टा वेरिएंट ने पिछले साल कई देशों में कहर बरपाया था. 

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भारत में कितना खतरा?
ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों में डेल्टाक्रॉन के मामले सामने आ रहे हैं. हालांकि भारत में फिलहाल इसके मामले नहीं देखे गए हैं. कोरोना वायरस के इस वेरिएंट को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसरों के साथ बुधवार शाम एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में इस नए वेरिएंट की रिपोर्ट्स पर नजर रखने के लिए कहा गया है.

डेल्टाक्रॉन के लक्षण
यूरोपीय देशों से सामने आ रहे ज्यादातर मामलों में यह लक्षण देखें गए हैं.

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