Cash For Query Case: महुआ मोइत्रा के खिलाफ CBI जांच का आदेश, क्या जेल जाएंगी टीएमसी सांसद?, जानें भाजपा सांसद का दावा

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 08, 2023, 08:05 PM IST

Nishikant Dubey and Mahua Moitra (File Photo)

CBI Inquiry in Mahua Moitra Case: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि संसद की एथिक्स कमेटी यानी लोकपाल ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश कर दिए हैं.

डीएनए हिंदी: Mahua Moitra Latest Updates- अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए विवादों में रहने वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ने वाली हैं. उनके खिलाफ चल रहे पैस लेकर संसद में सवाल पूछने (Cash For Query) केस की जांच अब सीबीआई करेगी. संसद की एथिक्स कमेटी यानी लोकपाल ने सीबीआई को इस मामले की जांच करने के लिए कहा है. यह दावा भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने किया है. निशिकांत दुबे ने ही महुआ के खिलाफ इस मामले में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से शिकायत की थी, जिस पर संसद की एथिक्स कमेटी महुआ के खिलाफ जांच कर रही है. माना जा रहा है कि यदि महुआ के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दिया जाता है तो यह सरकार की तरफ से उन्हें जेल भेजने की कवायद की पहली सीढ़ी होगी.

क्या कहा है दुबे ने ट्वीट में

निशिकांत दुबे ने बुधवार को एक्स (पहले ट्विटर) पर एक ट्वीट किया है. इस ट्वीट में उन्होंने कहा, लोकपाल ने आज मेरी शिकायत पर आरोपी सांसद महुआ के राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखकर भ्रष्टाचार करने पर CBI inquiry का आदेश दिया. हालांकि बता दें कि दुबे के इस दावे के बावजूद अभी संसद की एथिक्स कमेटी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. ना ही इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का कोई आदेश ही सार्वजनिक किया गया है. ऐसे में दुबे का ट्वीट महज दबाव बढ़ाने वाला भी हो सकता है.

क्या हैं महुआ पर आरोप

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा लगातार लोकसभा में केंद्र सरकार पर तीखा निशाना साधती रहती हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी ग्रुप के बीच संबंधों को लेकर भी संसद के अंदर तमाम दावे किए हैं. निशिकांत दुबे ने अपनी शिकायत में दावा किया था कि महुआ ने पीएम मोदी की छवि पर कीचड़ उछालने की कोशिश करने वाले ये सवाल रिश्वत लेकर पूछे हैं. इसके लिए महुआ को बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी ने कई बार पैसा दिया है. दुबे ने यह दावा महुआ के एक्स बॉयफ्रेंड और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्रई से मिली जानकारी के आधार पर किया है. उनका कहना है कि जय अनंत ने इस लेनदेन के सबूत भी मुहैया कराए हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि महुआ ने अपनी संसदीय आईडी का लॉग-इन और पासवर्ड भी हीरानंदानी के साथ शेयर किया था, जिससे हीरानंदानी ने दुबई में संसदीय वेबसाइट में लॉगइन करने के बाद महुआ की तरफ से पूछे जाने वाले सवाल अपलोड किए थे. दुबे ने इस बात की शिकायत केंद्रीय IT मंत्री से भी की थी.

हीरानंदानी मान चुका है पैसे देने की बात

महुआ मोइत्रा को संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे देने की बात बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी भी मान चुका है. हालांकि महुआ ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को खारिज करते हुए हीरानंदानी की बात को भी गलत बताया है. महुआ ने इस मामले की जांच कर रही संसद की एथिक्स कमेटी से हीरानंदानी से क्रॉस-क्वेश्चन करने की इजाजत मांगी थी, लेकिन उनकी मांग खारिज कर दी गई है.

एथिक्स कमेटी के सामने पेशी बीच में छोड़कर आ गई थीं महुआ

महुआ मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी के सामने पेश होकर इस मामले में अपना पक्ष रखा था. इसके लिए वो साथ में दो दर्जन से भी ज्यादा फाइलें लेकर गई थीं, लेकिन उन्होंने यह पेशी बीच में ही छोड़ दी थी. बाहर निकलने पर महुआ ने मीडिया के सामने दावा किया था कि उनसे मीटिंग में असभ्य और शालीनता के दायरे से बाहर का व्यवहार किया गया है. उनसे गंदे सवाल पूछे जा रहे हैं. उनकी रोती हुई वीडियो भी सामने आई थी. हालांकि एथिक्स कमेटी ने महुआ के दावे को गलत बताया था.

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