Cash For Query Case: ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (Trinmool Congress) की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) की मुश्किल पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में बढ़ती ही जा रही है. इस मामले में सीबीआई ने महुआ के खिलाफ गुरुवार को FIR दर्ज कर ली है. PTI के मुताबिक, यह मुकदमा एंटी-करप्शन ओंबुड्समैन लोकपाल के आदेश पर दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि लोकपाल ने इस मामले में CBI की तरफ से की गई प्राथमिक जांच की रिपोर्ट देखने के बाद महुआ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया था. CBI ने महुआ के खिलाफ भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की तरफ से लिखित शिकायत करने के बाद प्राथमिक जांच में आरोपों को सही पाया था.
छह महीने में मांगी थी सीबीआई से रिपोर्ट
PTI के मुताबिक, लोकपाल ने सीबीआई को महुआ के खिलाफ दुबे की शिकायत की जांच सभी पहलुओं से करने का आदेश दिया था. लोकपाल ने सीबीआई को इस मामले में अपने निष्कर्ष 6 महीने के अंदर जांच करने के बाद दाखिल करने का निर्देश दिया था. सीबीआई ने अपनी प्राथमिक जांच रिपोर्ट जमा कराई थी, जिसे देखने के बाद अब लोकपाल ने महुआ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विस्तृत जांच करने का आदेश सीबीआई को दिया है.
दिसंबर में छीन ली गई थी महुआ की संसद सदस्यता
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने पिछले साल दिसंबर में महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द कर दी थी. यह कदम महुआ के 'अनैतिक कृत्यों' के कारण उठाया गया था. महुआ ने अपने निष्कासन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है, जहां अभी सुनवाई चल रही है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर संसद में पूछे गए सवालों के बदले दुबई में रहने वाले भारतीय मूल के उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से 'लाभ' लेने का आरोप लगाया था.
पीएम मोदी की छवि खराब करने वाले पूछे थे सवाल
दुबे ने आरोप लगाया था कि हीरानंदानी ने महुआ को ऐसे सवाल पूछने का निर्देश दिया था, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब हो और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के साथ रिश्तों को लेकर पीएम पर सवाल उठें. इसके बदले में महुआ ने हीरानंदानी से नकद रकम और कीमती गिफ्ट लिए थे. महुआ मोइत्रा ने इन सभी आरोपों को खारिज किया था.
हालांकि लोकपाल ने महुआ के खिलाफ लगे आरोपों में से ज्यादातर को सबूतों के आधार पर सही और बेहद गंभीर माना था. जस्टिस अभिलाषा कुमारी और सदस्यों अर्चना रामसुंदरम व महेंद्र सिंह की मौजूदगी वाली लोकपाल बेंच ने इस मामले में सच सामने लाने के लिए गहन जांच की जरूरत मानी थी. बेंच ने अपने आदेश में सीबीआई को 6 महीने में मामले की सभी पहलुओं से जांच करते हुए रिपोर्ट जमा कराने का निर्देश दिया था. साथ ही सीबीआई को हर महीने जांच की स्टेट्स रिपोर्ट भी दाखिल करने का आदेश दिया था.
महुआ इस बार भी हैं चुनावी मैदान में
अपने खिलाफ गंभीर आरोपों के बावजूद महुआ मोइत्रा इस बार भी चुनावी मैदान में उतरी हुई हैं. उन्हें ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट पर TMC उम्मीदवार के तौर पर टिकट दिया हुआ है.
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.