डीएनए हिंदी: सेना के तीनों अंगों के प्रमुख मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से अलग-अलग मुलाकात करके उन्हें अग्निपथ योजना और इसके क्रियान्वयन की जानकारी दे सकते हैं. सेना में भर्ती की इस नई योजना के विरोध में कई राज्यों में हो रहे प्रदर्शनों के बीच यह बैठक हो सकती है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सेना के तीनों अंगों के प्रमुख पीएम नरेंद्र मोदी को इस योजना के क्रियान्वयन के विभिन्न पक्षों की जानकारी दे सकते हैं. पीएम और सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के बीच बैठक के बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं है. अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना की घोषणा 14 जून को की गई थी जिसके बाद से देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं.कई शहरों से इस प्रदर्शन को लेकर बेहद चिंताजनक तस्वीरें भी सामने आई हैं.
ये भी पढ़ेंः Agneepath Scheme का विरोध क्यों कर रहे हैं किसान, क्या छात्रों की लड़ाई अब अन्नदाता लड़ेंगे?
'सुधारों का मार्ग हमें नए लक्ष्य की ओर ले जाता है'
इस बीच सोमवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने अग्निपथ योजना का जिक्र किए बिना बड़ी बात कही. उन्होंने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि सुधार अस्थायी रूप से अप्रिय हो सकते हैं लेकिन समय के साथ फायदेमंद हैं. उन्होंने आगे कहा कि सुधारों का मार्ग ही हमें नए लक्ष्यों और नए संकल्प की ओर ले जा सकता है.
ये भी पढ़ेंः कैसे होता है राष्ट्रपति चुनाव? कौन कर सकता है नामांकन और वोटिंग में कौन-कौन होते हैं शामिल, जानें सबकुछ
PM मोदी ने कही बड़ी बात
सेनाओं में भर्ती के लिए केंद्र द्वारा घोषित नई योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में आई प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी काफी अहम है. उन्होंने हालांकि अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन का सीधा जिक्र नहीं किया. इस योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों पर भी पीएम मोदी ने कोई टिप्पणी नहीं की है. उन्होंने कहा, "यह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि अच्छे इरादों से लाई गई कई अच्छी चीजें राजनीतिक रंगों में फंस जाती हैं. मीडिया भी अपनी टीआरपी मजबूरियों के कारण इसमें शामिल हो जाता है." गौरतलब है कि शनिवार को तीनों सेना प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस योजना के बारे में जानकारी दी थी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर