डीएनए हिंदी: मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले मोबाइल कंपनी वीवो (Vivo) पर ईडी की छापेमारी से चीन बौखला गया है. चीन ने इस मामले में भारतीय जांच एजेंसी की कार्रवाई पर गुरुवार को अपनी प्रतिक्रिया दी. चीन ने कहा कि भारतीय जांच एजेंसी द्वारा चीनी कंपनियों की लगातार जांच से न सिर्फ व्यावसायिक गतिविधियों पर फर्क पड़ेगा, बल्कि कंपनियों की गुडबिल को भी नुकसान पहुंचेगा.
भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता वांग जिआओजियान ने कहा कि चीन इस मामले (वीवो पर ईडी के छापे पर) में बारीकी से पालन कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई भारत के लिए कारोबार के लिए अनुकूल माहौल संबंधी सुधार में बाधा डालता है और चीन समेत दुनियाभर की कंपियों के भारत में निवेश करने की इच्छा और विश्वास को कम करेगा.
वांग जिआओजियान ने कहा कि चीन सरकार ने हमेशा चीनी कंपनियों को विदेशों में व्यापार करते समय कानूनी रूप से संचालित करने की आवश्यकता पर जोर देती है और साथ ही चीनी कंपनियों को उनके वैध अधिकारों और हितों की रक्षा करने में दृढ़ता से समर्थन करती है. बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बाली में चीन समकक्ष वांग यी के साथ मुलाकात की.द्विपक्षीय रिश्तों को बढ़ावा देने पर चर्चा की.
ये भी पढ़ें- ED Raid on Vivo: चीनी कंपनी वीवो पर ED का शिकंजा, देश छोड़कर भागे डायरेक्टर झेंगशेन ओउ और Zhang Jie
Vivo के 44 ठिकानों पर हुई थी छापेमारी
बता दें कि ईडी ने 5 जुलाई को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय समेत देशभर में वीवो के 44 ठिकानों पर छापेमारी की थी.बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान Zhengshenou और Zhang Jie मौके पर मौजूद नहीं थे. इसी वजह से जांच एजेंसी को संदेह है कि दोनों ही डारेक्टर देश छोड़कर फरार हो गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) की धाराओं के तहत छापेमारी की जा रही है. वीवो इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं. प्रवक्ता ने कहा, ‘वीवो अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है और उन्हें सभी जरूरी सूचनाएं मुहैया करा रही है. एक जिम्मेदार कॉरपोरेट के रूप में हम कानूनों के पूरी तरह अनुपालन के लिए प्रतिबद्ध हैं.’
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.