डीएनए हिंदी: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और लोकसभा सांसद कार्ति चिदंबरम के करीबी एस भास्कर रमन (S Bhaskar Raman) मुश्किलें और बढ़ गई हैं. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को भास्कर रमन की सीबीआई रिमांड तीन दिन बढ़ा दी है. भास्कर रमन को कथित वीजा घोटाला मामले में 18 मई को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि भारत में चीनी नागरिकों को अवैध तरीके से वीजा दिलाने को लेकर भारी घोटाला किया था. भास्कर रमन कार्ति चिदंबरम (Karti Chidambaram) के चार्टेड अकाउंटेंट हैं.
एस भास्कर रमन पर 263 चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप है. वहीं इस मामले में सीबीआई ने मंगलवार को कार्ति चिदंबरम (Karti Chidambaram) के 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी. CBI की टीम ने कार्ति चिदंबरम के ऑफिस और घर समेत कुछ अन्य जगहों पर छानबीन की थी. इस रेड पर उन्होंने ट्वीट किया था, 'ये सब कितनी बार हुआ है, अब तो मैं गिनती भी भूल चुका हूं. रिकॉर्ड तो बन ही गया होगा.'
4 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था केस
सीबीआई ने पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (P.Chidambaram) के बेटे और सांसद कार्ति चिदंबरम और 4 अन्य लोगों के खिलाफ चीनी कंपनियों में कार्यरत चीनी नागरिकों को अवैध वीजा दिलवाने के मामले में केस दर्ज किया था.
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CBI में दर्ज केस के मुताबिक इन लोगों पर आरोप है कि ये लोग चीनी कंपनियों में कार्यरत चीनी नागरिकों से घूस लेकर गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित सीमा से ज्यादा लोगों को प्रोजेक्ट वीजा उपलब्ध कराते थे. वह भी उस समय जब कार्ति चिदंबरम के पिता केंद्र में मंत्री थे. पिता के पद का इस्तेमाल करते हुए कार्ति चिदंबरम ने चीन नागरिकों से कथित तौर पर 50 लाख रुपये घूस लेकर वीजा उपलब्ध कराया.
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