डीएनए हिंदी: बिहार की राजनीति में जातीय जनगणना का मुद्दा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के लिए मुसीबत बन रहा है. उन्होंने इस मुद्दे पर गठबंधन की साथी बीजेपी (BJP) का विरोध तो किया है लेकिन वो किसी फैसले पर नहीं पहुंच पा रहे हैं. इसका नतीजा ये है कि आए दिन उन्हें विपक्षी दल निशाना बना रहे हैं. हाल ही में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने उन्हें जातिगत जनगणना के मुद्दे पर घेरा था और अब इसी मुद्दे पर लोकसभा सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने भी नीतीश को चुनौती दी है कि वो भाजपा से गठबंधन तोड़ें.
नीतीश पर बरसे चिराग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांगों को हवा-हवाई बताते हुए चिराग पासवान ने उन पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा,"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जातीय जनगणना और विशेष राज्य के दर्जे की मांग लगातार उठा रहे हैं लेकिन अगर वाकई में वो यह चाहते हैं तो फिर बीजेपी से (विधान परिषद चुनाव में) अलग हो जाएं." विपक्षी समर्थन के बावजूद भाजपा का साथ देने के मुद्दे पर चिराग ने कहा, "विभिन्न राजनीतिक दल इस मामले में उनका (नीतीश कुमार) समर्थन कर रहे हैं लेकिन वो सिर्फ (बीजेपी का) विरोध कर रहे हैं, अलग नहीं हो रहे हैं क्योंकि वो इस मुद्दे पर अपनी राजनीति करना चाहते हैं."
कभी-भी पलट जाएंगे नीतीश
चिराग पासवान ने नीतीश कुमार की पीएम बनने की इच्छा के मुद्दे पर कहा है कि नीतीश भाजपा का विरोध केवल इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वो सभी विपक्षी दलों का समर्थन चाहते हैं. चिराग ने कहा कि नीतीश चाहते हैं कि उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाए. चिराग ने इशारों में ही ये भी कह दिया कि यदि विपक्ष नीतीश को पीएम पद का उम्मीदवार बना देता है तो वो भाजपा का साथ छोड़ने में ज्यादा समय नहीं लगाएंगे.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार के लिए जातीय जनगणना का मुद्दा सर्वाधिक मुसीबतें खड़ा कर रहा है. उन्होंने इसका समर्थन कर भाजपा से इसे लागू करने की मांग की लेकिन अब विपक्षी दल उन पर ही तंज कस रहे हैं. चिराग पासवान से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी उन पर हमला बोल चुके है.