झारखंड के कांग्रेस नेता आलमगीर आलम अरेस्ट, निजी सचिव के नौकर के घर ED Raid में मिला था 35 करोड़ रुपये कैश

Written By कुलदीप पंवार | Updated: May 15, 2024, 07:49 PM IST

Alamgir Alam Arrest: झारखंड के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं में से एक आलमगीर आलम राज्य सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री हैं. उनके निजी सचिव के नौकर के घर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के छापे में 37 करोड़ रुपये की नकदी बरामद होने के बाद से राजनीतिक हंगामा मचा हुआ है.

Alamgir Alam Arrest: लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण से ठीक पहले झारखंड में एक बड़ी कार्रवाई हुई है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया है. आलम को बुधवार को गिरफ्तार करने से पहले ED ने मंगलवार को 9 घंटे पूछताछ की थी. आलम से यह पूछताछ उनके निजी सचिव के नौकर के घर बरामद हुए 35.23 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश रकम के सिलसिले में की जा रही थी. बुधवार को भी उन्हें सुबह 11 बजे ED के रांची स्थित जोनल कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. इसके बाद शाम के समय उनकी गिरफ्तारी की घोषणा कर दी गई.

14 मई को जारी हुआ था आलमगीर को नोटिस

प्रवर्तन निदेशालय ने आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम के अपार्टमेंट पर छापा मारा था. यह छापेमारी 6 मई को की गई थी, जिसमें जहांगीर के घर से 35.23 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी. ED ने जहांगीर व संजीव लाल को गिरफ्तार किया था. जहांगीर आलम के फ्लैट से जेवरात भी बरामद हुए थे. इसके बाद आलमगीर को नोटिस जारी कर 14 मई को पेश होने का आदेश दिया गया था. 14 मई को आलमगीर के पहुंचने पर ED ने उनसे करीब 10 घंटे तक इस रकम को लेकर पूछताछ की थी. 

इस मामले में संजीव लाल और जहांगीर आलम को पहले ही ED ने कोर्ट से 6 दिन के रिमांड पर ले रखा है. दोनों से पूछताछ चल रही है. माना जा रहा है कि इसी पूछताछ में उनके और आलमगीर आलम के बयानों में समानता नहीं मिलने के बाद गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई है.

4 बार के विधायक हैं आलमगीर

आलमगीर आलम को झारखंड में कांग्रेस का बड़ा चेहरा माना जाता है. वे कांग्रेस के टिकट पर 4 बार पाकुड़ विधानसभा से जीतकर विधायक बन चुके हैं. हेमंत सोरेन को ED द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद जब JMM ने चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया था तो आलमगीर को डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा ने जोर पकड़ा था. हालांकि बाद में अन्य कांग्रेस विधायकों के विरोधी रुख के कारण ऐसा नहीं हो सका, लेकिन चंपई सोरेन की सरकार में आलमगीर को ग्रामीण विकास मंत्री बनाया गया था.

विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं आलमगीर

आलमगीर आलम सरपंच पद का चुनाव जीतकर राजनीति में आए थे. साल 2000 में उन्होंने पहली बार विधायक पद का चुनाव जीता था. इसके बाद से वे अब तक 4 बार विधायक रहे हैं. हालांकि बीच में साल 2009 में उन्हों झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के अकील अख्तर ने हराया था, लेकिन साल 2014 में चुनाव के दौरान कांग्रेस-JMM के गठबंधन के बाद आलमगीर फिर से चुनाव जीत गए थे. इस बीच 20 अक्टूबर, 2006 से 12 दिसंबर, 2009 तक वे झारखंड विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 

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