बेरोजगारी पर राहुल गांधी का तंज- PM Modi के मास्टर स्ट्रोक से 45 करोड़ लोगों ने छोड़ी नौकरी की उम्मीद

| Updated: Apr 26, 2022, 01:24 PM IST

कांग्रेस नेता राहुल गांधी. (फाइल फोटो क्रेडिट- Facebook/rahulgandhi)

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेरोजगारी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

डीएन हिंदी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बेरोजगारी के मुद्दे पर मोदी सरकार (Modi) सरकार को एक बार फिर घेरने की कोशिश की है. राहुल गांधी ने कहा है कि न्यू इंडिया का नया नारा हर घर बेरोजगारी और घर-घर बेरोजगारी है. उन्होंने नौकरियों में कमी के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.

राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के चुनावी स्लोगन 'हर-हर मोदी, घर-घर मोदी' पर तंज कसा है. राहुल गांधी ने ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट शेयर की है जिसमें कहा गया है कि 5 साल में 2.1 करोड़ नौकरियां कम हुई हैं. करीब 45 करोड़ लोगों ने नौकरी छोड़ दी है. रिपोर्ट में महिलाओं की स्थिति को सबसे दयनीय बताया गया है. दावा किया गया है कि सिर्फ 9 फीसदी महिलाओं के पास काम है या वे काम तलाश रही हैं. 

CBSE New Syllabus पर क्यों हंगामा खड़ा हुआ है?

रिपोर्ट का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'न्यू इंडिया का न्यू नारा- हर-घर बेरोज़गारी, घर-घर बेरोज़गारी. 75 सालों में मोदी जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके 'मास्टर स्ट्रोक' से 45 करोड़ से ज्यादा लोग नौकरी पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके हैं.'

Indian Diplomacy: भारत की तरफ दोस्ती की नजर से क्यों देखते हैं दुनिया के दिग्गज देश?

CBSE पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर केंद्र पर भड़के राहुल गांधी

राहुल गांधी ने सोमवार को कहा था कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि यह वास्तव में 'सेंट्रल बोर्ड ऑफ सप्रेसिंग एजुकेशन' है. दरअसल बोर्ड ने NCERT की किताबों से बोर्ड ने शाहजहां और औरंगजेब को महान बताने वाले चैप्टर को रिवाइज किया है. धार्मिक चिन्हों के कार्टून हटा दिए हैं. फैज अहमद फैज की 2 नज्मों को हटा दिया है. शीत युद्ध के इतिहास का उसे अध्याय को हटा दिया गया है जिसमें देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के गुट निरपेक्ष आंदोलन का जिक्र था. राहुल गांधी ने इसे लेकर केंद्र पर निशाना साधा है.

गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.