डीएनए हिंदी: कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने राज्यसभा के 12 निलंबित सांसदों का निलंबन रद्द कराने की मांग करते हुए मार्च निकाला और सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान संसद की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह म्यूजियम है.
राहुल गांधी ने कहा, 'एक मंत्री ने किसानों को मारने का काम किया है. प्रधानमंत्री जानते हैं उनके साथ उनकी टीम में है. हमने कहा उस समय भी चर्चा नहीं होने दी. उस समय भी हम सबको चुप किया. हम यहां भी आए. हमने कहा था कि चर्चा करने दीजिए. सच्चाई सबको मालूम है. सच्चाई ये है कि किसानों के खिलाफ दो-तीन बड़े पूंजीपति खड़े हैं.'
इसी दौरान एक पत्रकार ने सवाल किया कि लखीमपुर का मुद्दा जो है आप क्या उसे उठाएंगे. सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, 'पार्लियामेंट में उठाएंगे उठाने नहीं देंगे. 4 लोग उठाने नहीं देंगे. लखीमपुर खीरी पर चर्चा नहीं होगी, चीन पर चर्चा नहीं होगी, किसानों पर चर्चा नहीं होगी. नहीं हो सकता है. इसका (संसद) क्या मतलब है. कोई मतलब नहीं है. ये तो बिल्डिंग है. म्यूजियम है.
विपक्ष को चर्चा नहीं करने दे रही सरकार: राहुल गांधी
दरअसल मार्च के बाद राहुल गांधी ने कहा, 'सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं. सदन में जिन चीजों के बारे में विपक्ष चर्चा करना चाहता है, वह बहस सरकार नहीं होने देती है और जहां भी विपक्ष अपनी आवाज उठाने की कोशिश करता है तो धमका कर, डरा कर उनको निलंबित करके सरकार काम करती है. यह लोकतंत्र की हत्या है.'
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राहुल गांधी ने कहा, 'संसद में चर्चा होनी चाहिए, सभी मुद्दों पर चर्चा होनी होना चाहिए. मगर जो चर्चा हम करना चाहते हैं, वह हमें करने नहीं दी जाती है. सरकार के ऊपर हम सवाल उठाना चाहें, तो सरकार सवाल उठाने नहीं देती है. तीन-चार ऐसे मुद्दे हैं, जिनका सरकार नाम तक नहीं लेने देती है.'
विपक्ष की मार्च में किन दिग्गज नेताओं ने लिया हिस्सा?
विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा से विजय चौक तक मार्च निकाला. समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक राहुल गांधी, निलंबित सांसद, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, शिवसेना नेता संजय राउत और कई अन्य नेता इस मार्च में शामिल हुए.
गांधी प्रतिमा के सामने हर दिन धरना दे रहे सांसद
पिछले 29 नवंबर को शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था. निलंबन के बाद से ये सांसद संसद की कार्यवाही के दौरान प्रतिदिन सुबह से शाम तक संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं.
किन सांसदों को किया गया है निलंबित?
जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं.
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