2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए INDIA गठबंधन बनाने में जुटी कांग्रेस को एक के बाद एक भारी झटके मिल रहे हैं. भारत जोड़ों यात्रा निकालकर अपनी जमीन मजबूत करने के साथ ही पार्टियों को जोड़ने में जुटी कांग्रेस अंदर ही अंदर खाली होती जा रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता (Congress Leaders Resign) पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं. उधर गठबंधन के लिए पार्टियां एकजुट नहीं हो पा रही है. ऐसे में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई है. दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस को अभी और भी झटके लग सकते हैं. इसकी वजह कांग्रेस के कई दिग्गज और वरिष्ठ नेताओं का भाजपा के संपर्क में होना है. पिछले चुनाव की तरह ही इस लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले कुछ नेता पार्टी छोड़ सकते हैं.
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कांग्रेस के पूर्व नेताओं ने बदल लिया था पाला
कांग्रेस का साथ छोड़ने वाले वरिष्ठ नेताओं में अशोक चव्हाण के अलावा भी कई ऐसे वरिष्ठ नेता हैं, जो राज्यों के सीएम तक रहे और चुनाव से कुछ समय पहले ही कांग्रेस को अलविदा कह दिया. इन नेताओं या तो अपनी पार्टी या फिर भाजपा में शामिल हो गये. कैप्टन अमरिंदर सिंह से लेकर एन बिरेन सिंह, गुलाम नबी आजाद तक शामिल हैं.
अभी और भी नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलें
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता पार्टी को अलविदा कर भाजपा में शामिल हो गये हैं. इनके अलावा और भी नेताओं के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कुछ नेता भाजपा के संपर्क में है. जैसे ही उन्हें हरी झंडी मिलेगी. वह कांग्रेस से इस्तीफा देंगे. वहीं कांग्रेस को बड़ा झटका महाराष्ट्र में लगा है. यहां एक के बाद एक तीन कांग्रेस तीन दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस छोड़ दी. इनमें एम माह पहले ही कांग्रेस को सबसे पहले अलविदा कहने वाले मिलिंद देवड़ा हैं. उनके बाद बाबा सिद्दीकी ने भी पार्टी छोड़ दी. वहीं मंगलवार को महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने भी कांग्रेस अलविदा कह दिया है.
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कांग्रेस के युवा नेता भी पार्टी को कर रहे अलविदा
कांग्रेस के वरिष्ठ ही नहीं, युवा नेताओं का मोह भी भंग हो गया. कभी राहुल गांधी के आसपास नजर आने वाले नेता भी रातों रात इस्तीफा थमाकर दूसरी पार्टियों को ज्वाइंन कर रहे हैं और कर चुके हैं. इनमें राहुल गांधी के सबसे खास माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया, अल्पेश ठाकोर, हार्दिक पेटल, प्रिंयका चतुर्वेदी, मिलिंदा देवड़ा, आरपीएन सिंह, सुष्मिता देव, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा, अश्वनी कुमार से लेकर सुनील जाखड़ तक शामिल हैं. इन सभी ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है.
कांग्रेस का चेहरा कहे जाने वाले इन नेताओं ने छोड़ी पार्टी
कांग्रेस को पिछले 10 सालों में उनके एक से एक वरिष्ठ अलविदा कर चुके हैं. इसकी वजह पार्टी में अंदर ही अंदर कलह का होना भी है. इसी के चलते कभी पार्टी का चेहरा माने जाने वाले वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल से लेकर अशोक तंवर, जितिन प्रसाद, जयवीर शेरगिल, हिमंता बिस्वा शर्मा, अनिल एंटनी, आरपीए सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, गुलाब नबी आजाद समेत दर्जनों नाम शामिल हैं. इन नेताओं ने पार्टी छोड़ते समय राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर अनदेखी का का आरोप लगाया था. कांग्रेस में चल रही अंदरूनी कलह का फायदा भाजपा ने उठाया और ज्यादातर नेता इस पार्टी में शामिल हो गये.
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