Covid JN.1 variant: राज्यों में बढ़ रहे JN.1 के केस, जीनोम सीक्वेंसिंग के आदेश, क्या थमेगी नई लहर?

अभिषेक शुक्ल | Updated:Dec 23, 2023, 09:15 AM IST

JN.1 outbreak in India.

देश में JN.1 संक्रमण के मामले बढ़े हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन कोविड के इस वेरिएंट को वेरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट कह चुका है. अब दुनिया बढ़ते मामलों पर चिंता जता रही है.

डीएनए हिंदी: देश में Covid-19 संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ओमिक्रोन के सब वेरिएंट JN.1 के कुल 22 केस सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय बढ़ते मामलों को लेकर चिंता में है. राज्य और केंद्र के स्वास्थ्य अधिकारी वायरस को फैलने से रोकने के लिए जरूरी सावधानियां अपनाने पर जोर दे रहे हैं. अभी तक कम्युनिटी स्तर पर यह वेरिएंट नहीं फैला है. लोगों में JN.1 के माइल्ड लक्षण देखने को मिले हैं. 

कई राज्यों में कोविड संक्रमण के मामलों में अचानक इजाफा हुआ है. केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को सलाह दी है कि कोविड के म्युटेशन को चेक करने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर दें. सभी पॉजिटिव रिजल्ट्स के स्वैब सैंपल को लैब में जांच के लिए भेजें. 

भारत में शुक्रवार को पिछले 24 घंटों में 640 नए कोविड मामले दर्ज किए गए हैं. अब देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 2,997 हो गई है. केरल में एक शख्स की मौत हो गई है. साल 2020 से अब तक कोविड की वजह से देश में कुल 5,33,328 लोग जान गंवा चुके हैं. देश में कोविड मामलों की संख्या 4.5 करोड़ तक पहुंच गई है. 

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किन राज्यों में बढ़े हैं सबसे ज्यादा केस
देश में जिन प्रभावित राज्यों में कोविड संक्रमण के मामले बढ़े हैं, वे केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गोवा, पुडुचेरी, गुजरात, तेलंगाना, पंजाब और दिल्ली हैं. बढ़ते मामलों के बीच, कई राज्य एहतियात के तौर पर टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं. अभी तक स्थिति नियंत्रण में है. स्वास्थ्य मंत्रालयके मुतबाकि जिंताजनक स्थिति नहीं है. जीनोम सीक्वेंसिंग पर अब जोर दिया जा रहा है.

लोगों को क्या करना चाहिए
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने भी कहा कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है. लोगों से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाना चाहिए. देश के दूसरे राज्यों में भी अभी कोविड प्रतिबंध बढ़ाने का फैसला नहीं लिया गया है. बढ़ते मामलों को देखते हुए राजस्थान के अधिकारियों ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए एक राज्य स्तरीय टीम का गठन किया है.

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. बैठक के दौरान, कुमार ने अधिकारियों को परीक्षण दर बढ़ाने और सभी अस्पतालों में दवाओं, उपकरण, ऑक्सीजन सिलेंडर और जनशक्ति की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.उन्होंने लोगों से अपील की है कि सावधानी के लिए लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें. 

कितना खतरनाक है JN.1?
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कोविड के नए वेरिएंट से संक्रमित 93 फीसदी मरीजों में वायरल के हल्के लक्षण हैं. उन्हें घर पर ही क्वारंटीन किया गया है. देश के अस्पतालों में भर्ती मरीजों में केवल 0.1 लोग वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. 1.2 प्रतिशत लोग ICU में भर्ती हैं, और 0.6 प्रतिशत लोग ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यह वेरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट है, वेरिएंट ऑफ कंसर्न नहीं.

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