ओमिक्रॉन संकट: क्या महाराष्ट्र में लगेगा लॉकडाउन? स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दिया यह जवाब...

| Updated: Dec 07, 2021, 11:24 AM IST

महाराष्ट्र में कोविड पर सरकार की है नजर (सांकेतिक तस्वीर-PTI)

ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहला केस दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था. विश्व स्वास्थ्य संगठन वायरस के प्रसार पर चिंता जाहिर कर चुका है.

डीएनए हिंदी: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते केस पर देश में केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य भी अलर्ट पर हैं. महाराष्ट्र सरकार की नजर ओमिक्रॉन पर बनी हुई है. सरकार ने खुलासा किया है कि ओमिक्रॉन पर स्वास्थ्य विभाग की नजर है. अगर बचाव के लिए प्रतिबंध लगाए जाते हैं तो केंद्र सरकार की गाइडलाइन और सीएम उद्धव ठाकरे के सुझावों के बाद ही लगाया जाएगा.  सोमवार को कोरोना के नए बढ़ रहे खतरे पर महराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि सामान्य गतिविधियों पर लागू प्रतिबंध से लोगों को असुविधा होती है.

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, 'यह लोगों के लिए बहुत असुविधाजनक होगा अगर फिलहाल सामान्य गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाता है इसलिए हम स्थिति पर नजर रखेंगे. कोरोना पर केंद्र और राज्य के मार्गदर्शन के बाद प्रतिबंधों पर फैसला लिया जा सकता है. ये प्रतिबंध टास्क फोर्स और मुख्यमंत्री के विचारों के आधार पर ही लगाए जाएंगे.'

स्कूलों में कोविड नियमों का रखा जाए ध्यान

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि स्कूल जो स्कूल अब तक खुले नहीं हैं, उन्हें धीरे-धीरे खोलना चाहिए. नियमित तौर पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाए. राज्य सरकार का फोकस टीकाकरण पर है. ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर पूरी दुनिया में चिंता है. लोग ओमिक्रॉन की वह से ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं.  

शादी, रैली और राजनीतिक बैठकों में कड़ाई से कोविड प्रोटोकॉल का हो पालन

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, 'रैली, शादी और राजनीतिक बैठकें बड़े स्तर पर हो रही हैं. अगर ऐसी जगहों पर कोविड नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो ओमिक्रॉन संक्रमण तेजी से फैल सकता है. यह सही समय है कि कड़े प्रतिबंध लागू किए जाएं.'

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक ओमिक्रॉन का पहला केस दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था. अब भारत में भी ओमिक्रॉन के केस सामने आए हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का दावा है कि वायरस में करीब 30 म्युटेशन शामिल हैं, जिसकी वजह से इससे संक्रमित लोगों में अलग-अलग लक्षण देखने को मिल सकते हैं. 

(PTI इनपुट के साथ)