ओमिक्रॉन वेरिएंट का किन देशों पर मंडरा रहा खतरा, भारत में क्या हैं हालात?

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 02, 2021, 11:17 AM IST

दुनियाभर में चिंता बढ़ा रहा है कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट.

कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन वायरस के प्रसार को लेकर चिंतित है.

डीएनए हिंदी: कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. कोविड-19 के नए वेरिएंट B.1.1.529 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रॉन का नाम दिया है. दुनियाभर के विशेषज्ञों ने दावा किया है कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी ओमिक्रॉन पर बेअसर हो सकती है. ओमिक्रॉन वेरिएंट बेहद खतरनाक वेरिएंट साबित होने वाला है. 

कोविड का यह वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आया. यह डेल्टा वेरिएंट से 6 गुणा ज्यादा खतरनाक है. सिर्फ डेल्टा वेरिएंट ने भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बीच इतनी त्रासदी मचाई थी अब ओमिक्रॉन पर भारतीय वैज्ञानिक भी चिंतित हैं. 

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पहले कोविड के वेरिएंट्स की तुलना में कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट बेहद संक्रामक है. वैक्सीनेशन और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता दोनों को यह वेरिएंट बेअसर कर सकता है. 

विशेषज्ञों ने दावा किया है कि कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट अब तक सबसे ज्यादा म्युटेशन वाला वेरिएंट है. बीटा और डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक ये वेरिएंट है. यह अभी तक सामने नहीं आया है कि क्या इन वेरिएंट्स के जीन में आया बदलाव इसके खतरनाक बनाता है या नहीं.

क्या हैं कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के लक्षण?

दक्षिण अफ्रीकन मेडिकल एसोसिएशन के चेयरमैन डॉक्टर एंजेलिक कोएत्जी ने दावा किया है ओमिक्रॉन वेरिएंट मरीजों में असमान्य लक्षण पैदा कर रहा है. एंजेलिक कोएत्जी ने यह भी कहा है कि इस वेरिएंट से संक्रमित होने के बाद ज्यादा थकान, गले में खराश, कफ और मांसपेशियों में दर्द के लक्षण देखे जा रहे हैं. केवल कुछ मामलों में ही ज्यादा बुखार के मामले सामने आए हैं.

डॉक्टर एजेंलिक कोएत्जी ने दावा किया है कि उन्होंने यह दावा किया है कि रोगी इस वायरस से संक्रमित होने के बाद मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है. कोएत्जी ने दावा किया है कि 30 मरीजों को वे ठीक कर चुकी हैं. 

किन देशों पर मंडरा रहा है खतरा?

कोविड के ओमिक्रॉन वेरिएंट का खतरा लगातार कई देशों पर बना हुआ है. पहली बार दक्षिण अफ्रीकी देशों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के केस सामने आए थे, जिसके बाद कई देशों में इसके फैलने की आशंका है. भारत ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संबंध में इसी वजह से नई गाइडलाइन जारी की है. ओमिक्रॉन वेरिएंट के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय ने 1 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संबंध में निर्णायक बदवाल किए गए हैं. 

केंद्र सरकार ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे की आशंका वाले देशों की एक लिस्ट तैयार की है. केंद्र के मुताबिक ब्रिटेन, पूरे यूरोप और अन्य 11 देश ऐसे हैं जहां खतरा सबसे ज्यादा है. इन 11 देशों में दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बॉम्बे, सिंगापुर, हॉन्ग कॉन्ग और इजराइल शामिल हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार बढ़ते मामलों पर चिंतित है. 

ओमिक्रॉन पर कितना सावधान है भारत?

विदेश से आने वाले यात्रियों को 14 दिनों का यात्रा विवरण भारत आने से पहले देना होगा. आरटी-पीसीआर टेस्ट  की रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर यात्रा से पहले अपलोड करनी होगी. जिन देशों में ओमिक्रॉन वेरिएंट का खतरा है उन देशों से आने वाले लोगों का एयरपोर्ट पर कोविड टेस्ट होगा. उन्हें एयरपोर्ट पर इंतजार करना होगा. अगर निगेटिव रिपोर्ट आती है तो उन्हें 7 दिनों तक होम क्वारंटीन में रहना होगा. जो लोग रिस्क जोन से बाहर वाले देशो से आ रहे हैं उन्हें 14 दिनों तक स्व परीक्षण पर ध्यान देना होगा.

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