डीएनए हिंदी: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन (Omicron) के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. दिल्ली सरकार ने कोविड (Covid-19) की तीसरी लहर की आशंका से बचने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए हैं. दिल्ली सरकार ने जोखिम वाले देशों (At Risk) से आने वाले यात्रियों के लिए अलग आइसोलेशन सेंटर के तौर पर अस्पतालों को चिन्हित किया है.
19 दिसंबर को दिल्ली सरकार ने 4 बड़े प्राइवेट अस्पतालों को भी कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का स्पेशल सेंटर बना दिया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को स्थिति की समीक्षा की और कहा कि उनका प्रशासन नए कोविड-19 की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
रविवार को डॉक्टर्स फॉर यू एनजीओ के अध्यक्ष रजत जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार के निर्देशन में कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में ओमिक्रॉन मरीजों के लिए 65 बेड का कोविड वार्ड तैयार किया गया है.
कैसे ओमिक्रॉन की चुनौतियों से निपटेगी सरकार?
1. दिल्ली सरकार ने शनिवार को चार निजी अस्पतालों को नए कोरोना वेरिएंट Omicron के इलाज के लिए समर्पित केंद्रों बदल दिया है. सर गंगा राम अस्पताल, साकेत में मैक्स अस्पताल, वसंत कुंज में फोर्टिस अस्पताल और तुगलकाबाद में बत्रा अस्पताल को ओमिक्रॉन स्पेशल वार्ड में बदला है.
2. लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) हॉस्पिटल को ओमिक्रॉन ट्रीटमेंट के लिए नामित किया था.
3. कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में ओमिक्रॉन रोगियों के लिए स्पेशल 65 बेड-कोविड वार्ड बनाए गए हैं.
4. 30,000 ऑक्सीजन बेड तैयार हैं और 17,000 आईसीयू, बेड फरवरी तक तैयार हो जाएंगे.
दिल्ली में ओमिक्रॉन के कुल 22 केस सामने आए हैं. कोविड पर बनी एक कमेटी ने दावा किया है कि फरवरी में ओमिक्रॉन की वजह से तीसरी लहर दस्तक दे सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शनिवार को कहा था कि ओमिक्रॉन एक वेरिएंट ऑफ कंसर्न और डेल्टा की तुलना में तेजी से फैल रहा है. ओमिक्रॉन पहले ही 89 देशों में पहुंच चुका है.