Uttarakhand में Makar Sankranti पर श्रद्धालु नहीं लगा सकेंगे Ganga में डुबकी, जानें क्यों

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 12, 2022, 09:24 AM IST

Uttarakhand. Har Ki Pauri

उत्तराखंड में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. उत्तराखंड सरकार ने गंगा की घाटों पर डुबकी लगाने से रोक लगा दी है.

डीएनए हिंदी: उत्तराखंड (Uttarakhand) में भी कोरोना (Coronavirus) मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बढ़ते कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण के मद्देनजर राज्य सरकार ने 14 जनवरी को मकर संक्रांति के पर्व पर हरिद्वार (Haridwar) और ऋषिकेश (Rishikesh) में गंगा घाटों पर सख्ती बढ़ा दी है. पर्व के दौरान श्रद्धालु को गंगा घाटों में डुबकी नहीं लगा सकेंगे.

हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और देहरादून के जिलाधिकारी आर राजेश कुमार की ओर से जारी आदेश में हरिद्वार में हर की पौड़ी , ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट और अन्य घाटों पर मकर संक्रांति के दिन स्नान के लिए श्रद्धालुओं के जुटने पर रोक रहेगी.

हर साल मकर संक्रांति के पर्व पर हरिद्वार और ऋषिकेश में बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में पवित्र डुबकी लगाते हैं. उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से कोविड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. मंगलवार को कुल 2,127 केस और सोमवार को 1,292 पॉजिटिव केस सामने आए थे.

ओडिशा में भी पर्व पर कोरोना प्रतिबंधों का असर!

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अलग-अलग राज्य सरकारें भी प्रतिबंध लगा रही हैं. ओडिशा (Odisha) सरकार ने 14 जनवरी को मकर संक्रांति और पोंगल त्योहार समारोहों के लिए किसी भी तरह की धार्मिक सभा पर भी प्रतिबंध लगाया है.
 
क्या है ओडिशा सरकार का फैसला?

स्पेशल रिलीफ कमिश्नर के कार्यालय ने मकर संक्रांति और पोंगल के पर्व और अगले दिन नदी के किनारे, घाटों, तालाबों, समुद्र तटों या अन्य जल निकायों के पास नहाने के लिए स्पेशल गाइडलाइन जारी की है. आदेश में कहा गया है कि मकर संक्रांति, पोंगल, मकल मेला के दिनों में सभी धार्मिक स्थल और पूजा स्थल लोगों के लिए बंद रहेंगे. हालांकि इस दौरान धार्मिक अनुष्ठानों जारी रहेंगे लेकिन पुजारी और दूसरे कर्मचारियों की संख्या सीमित रहेगी.

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