डीएनए हिंदी: पूरी दुनिया में एक बार फिर कोविड वैक्सीन (Covid Vaccine) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं भारत में भी कोरोना की चौथी लहर (Covid 4th Wave) का खतरा बना हुआ है. ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से लेकर सभी देश नागरिकों को वैक्सीन देने के मुद्दे पर फोकस कर रहे हैं लेकिन इसी बीच एस्ट्राजेनिका वैक्सीन का निर्माण करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने अपने वैक्सीन प्रोडक्शन को बंद करने का ऐलान किया है जिसे एक दुनिया के लिए झटका माना जा रहा है. हालांकि कंपनी ने इसके पीछे अपने अलग तर्क दिए हैं.
कंपनी के सीईओ ने दी जानकारी
दरअसल, एक प्रतिष्ठित अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अभी प्रोडक्शन रोक दिया है. कंपनी के सीईओ आदार पूनावाला (Adar Poonawala) का कहना है कि दुनियाभर में अब कोविड-19 वैक्सीन की अधिकता हो गई है. भारत, जिसे ‘दुनिया की फार्मेसी’ के रूप में जाना जाता है, पिछले साल कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए वैक्सीन के निर्यात को सीमित कर दिया था. इसके बाद नवंबर में दोबारा से वैक्सीन का निर्यात शुरू किया गया था और अब वैक्सीन की अधिकता के चलते प्रोडक्शन को बंद किया गया है.
वहीं स्टॉक को लेकर भी आदार पूनावाला ने एक अहम जानकारी दी है. एसआईआई के सीईओ ने बताया है कि इस समय भी कंपनी के पास कोविड-19 वैक्सीन की 20 करोड़ डोज स्टॉक में रखी हैं. उन्होंने कहा, "हमने दिसंबर में प्रोडक्शन रोक दिया था. हमने जरुरतमंदों को मुफ्त में देने की भी पेशकश की. मुझे उन्हें कहना पड़ा कि प्रोडक्शन रोक दीजिए."
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नहीं यूज होता है 9 महीने से ज्यादा पुराना स्टॉक
गौरतलब है कि भारत का ड्रग नियामक कोविशील्ड (Covishield) को प्रोडक्शन के 9 महीने बाद तक ही इस्तेमाल की सलाह देता है. ऐसे में, ज्यादा डोज भी नहीं रखे रहना भी सही नहीं माना जा रहा है. है. आपको बता दें कि एसआईआई अमेरिकी फार्मा कंपनी नोवावैक्स की कोवोवैक्स का भी प्रोडक्शन करती है, जबकि प्रोडक्शन केवल कोविशील्ड का ही बंद हुआ है. ऐसे में बाकी सभी वैक्सीन का प्रोडक्शन अभी भी जारी है.
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